दरभंगा ब्लास्ट में तेलांग्ना में चार संदिग्धों को एटीएस ने दबोचा, फुटेज के अधार पर कार्रवाई
Darbhanga News ब्लास्ट के दिन संदिग्ध व्यक्ति दिखा दरभंगा जंक्शन के सीसी कैमरे के फुटेज में पुलिस ने शुरू की खोज पार्सल उतरने से लेकर विस्फोट होने तक स्टेशन पर ही मंडराता रहा कुर्ता-पजामा वाला व्यक्ति ।
दरभंगा, जासं। दरभंगा जंक्शन ब्लास्ट की जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियों की ओर से लगातार कार्रवाई चल रही है। मामले में सिकंदराबाद से चार संदिग्ध पकड़े गए हैं। सभी से पूछताछ चल रही है। बताया जाता है कि सिकंदराबाद स्टेशन के बाहर जिन चार संदिग्धों को कार से उतरते हुए देखा गया था उनमें एक को तेलांग्ना एटीएस ने दबोचा। उनकी निशानदेही पर तीन अन्य पकड़े गए हैं। हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। इतना बताया गया है कि आगे की कार्रवाई तेजी से चल रही है। ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। घटना के पर्दाफाश के लिए कई राज्यों की एटीएस काम कर रही है। अबतक की जांच में कई सुराग मिले हैं। इसी आधार पर अन्य राज्यों की एटीएस से सहयोग लिया गया है। जांच का दायरा बिहार और तेलंगाना के बाद झारखंड और यूपी से बढ़कर अन्य राज्यों तक पहुंचने की उम्मीद है।
दरभंगा जीआरपी के सीसी कैमरे के फुटेज में दिखा एक संदिग्ध
जंक्शन ब्लास्ट में मंगलवार को दरभंगा स्टेशन के कई सीसी कैमरों का फुटेज खंगाला गया। इसमें घटना के दिन एक संदिग्ध की तस्वीर दो कैमरों में कैद है। उस फुटेज को जीआरपी थाना ने मुजफ्फरपुर रेल एसपी को उपलब्ध करा दिया है। सूत्रों अनुसार उस फुटेज में घटना के समय ही एक संदिग्ध को प्लेटफार्म संख्या एक पर प्रवेश द्वार से अंदर आते हुए देखा गया है। काफी देर तक मंडराने के बाद वह जीआरपी थाने के बाहर खड़ा रहता है। पैजामा-कुर्ता-टोपी और मास्क पहने संदिग्ध लगातार मोबाइल पर बात करता है। इस बीच कुछ ही कदम की दूरी पर पार्सल ब्लास्ट होता है और भीड़ लग जाती है। उक्त संदिग्ध युवक फुट ओवर ब्रिज पर मोबाइल से बात करते हुए चढ़ता है और उपर से पूरे ²श्य को देखता है। फिर आराम से नीचे उतरता है और प्लेटफार्म संख्या एक पर खड़ी स्वतंत्राता सेनानी ट्रेन में चढ़ जाता है। कुछ देर बाद वह फिर ट्रेन से बाहर आता और प्लेटफार्म से बाहर निकल जाता है। ऐसी स्थिति में रेल पुलिस ने उसकी भी खोज तेज कर दी है।
आइडिया का एक नंबर रडार पर
दरभंगा जंक्शन पर हुए ब्लास्ट के समय कौन-कौन मोबाइल वहां काम कर रहा था इसकी तकनीकी सेल ने जांच की है। टावर थम में कई नंबर मिले हैं। इसमें काफी मशक्कत बाद एक नंबर संदिग्ध पाया गया है। घटना के समय काफी देर तक उस नंबर से दूसरे राज्यों के लोगों से बात हुई है। सूत्रों अनुसार वह नंबर आइडिया की पाई गई है। बहरहाल, इस संदर्भ में स्थानीय पुलिस कुछ कहने से परहेज कर रही है।
आज समर्पित कर दिए जाएंगे पार्सल के छह का डाटा
सिकंदराबाद स्टेशन से पिछले छह माह में किन-किन लोगों का पार्सल आया है और किसने पार्सल प्राप्त किया है इसकी पूरी सूची आज रेल पुलिस को उपलब्ध करा दी जाएगी। पार्सल विभाग इस दिशा में पूरी डाटा को खंगाल चुकी है। सूत्रों का कहना है कि सूची में अधिकांश अंडा, पुराने सामान आदि के ही पार्सल सिकंदराबाद से आया है। हालांकि, कुछ कपड़े की गांठ भी आई है। लेकिन, वह अलग-अलग नाम के हैं। इसमें एक भी पार्सल सुफियान नाम से नहीं मिला है।