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मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में वीडियो कांफ्रेसिंग फुटेज को कोर्ट में पेश करने की अर्जी

27 जनवरी को अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल किया था। इसमें उत्पाद व मद्यनिषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक विभाग के अभियोजन निदेशक प्रभुनाथ सिंह गृह सचिव जितेंद्र सिंह को आरोपित बनाया था।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 01 Feb 2022 11:24 AM (IST)Updated: Tue, 01 Feb 2022 11:24 AM (IST)
मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में वीडियो कांफ्रेसिंग फुटेज को कोर्ट में पेश करने की अर्जी
सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल करने वाले अधिवक्ता ने दाखिल की अर्जी। प्रतीकात्मक फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। विशेष लोक अभियोजक बजरंग प्रसाद सिंह की मौत को लेकर दाखिल परिवाद की सुनवाई के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग की फुटेज को कोर्ट में पेश करने की प्रार्थना की गई है। इस संबंध में परिवाद दाखिल करने वाले अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने सोमवार को सीजेएम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। यह वीडियो कांफ्रेंसिंग 21 जनवरी को समाहरणालय सभा कक्ष में हुई थी। परिवाद में आरोप लगाया गया था कि प्रताडऩा के कारण विशेष लोक अभियोजक का दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई। यह भी आरोप लगाया गया कि वीडियो कांफेंसिंग के दौरान ही उन्हें प्रताडि़त किया गया। यह फुटेज परिवाद के समर्थन में महत्वपूर्ण साक्ष्य हो सकता है। अर्जी को सुनवाई पर रखा गया है। 

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चार दिन पहले सीजेएम कोर्ट में दाखिल किया गया था परिवाद

27 जनवरी को अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल किया था। इसमें उत्पाद व मद्यनिषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक, विभाग के अभियोजन निदेशक प्रभुनाथ सिंह, गृह सचिव जितेंद्र सिंह को आरोपित बनाया था। परिवाद में आरोप लगाया गया था कि आरोपितों ने एक राय होकर उत्पाद व मद्यनिषेध विभाग के विशेष लोक अभियोजक बजरंग प्रसाद सिंह को उनके पिछड़ी जाति होने के कारण फोन से प्रताडि़त किया। इसी प्रताडऩा के कारण उनकी मौत हो गई। कोर्ट ने इस परिवाद की सुनवाई के लिए तीन फरवरी की तिथि तय कर रखी है।  

पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक ने की निर्माण कार्यों की समीक्षा

मुजफ्फरपुर : पूमरे के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने इरकान द्वारा पूर्व मध्य रेल में किए जा रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने परियोजनाओं व रेल विकास से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने का दिशानिर्देश दिया। इरकान ने निर्माण कार्यों की प्रगति से महाप्रबंधक को अवगत कराया। पटना जंक्शन के निकट मीठापुर के पास बन रहे आरओबी, हाजीपुर-बछवारा दोहरीकरण, किउल-गया दोहरीकरण, मोकामा के पास गंगा नदी पर राजेन्द्र पुल के पास अतिरिक्त नए पुल सहित रामपुर डुमरा-टाल दोहरीकरण परियोजनाओं के कार्य प्रगति की समीक्षा की ।

बता दें कि 71 किमी लंबे हाजीपुर-बछवारा दोहरीकरण का लगभग 93 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है। मार्च 2022 तक इस परियोजना के शेष भाग को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना के तहत मार्च, 2020 में मोहिउद्दीननगर-शाहपुर पटोरी (12.94 किमी), मई, 2020 में बछवारा-मोहिउद्दीन नगर रेलखंड (20 किमी) तथा सात जनवरी, 2022 को शाहपुर पटोरी से सहदेई बुजुर्ग रेलखंड (12.32 किमी) सहित अबतक कुल 45.73 किमी दोहरीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है। हाजीपुर-अक्षयवट राय नगर और अक्षयवटराय नगर-सहदेई बुजुर्ग को चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी तरह 124 किमी लंबे किउल-गया दोहरीकरण परियोजना को पांच भागों में बांट कर कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। इनमें लगभग 18 किमी लंबे मानपुर से वजीरगंज तक दोहरीकरण कार्य दिसंबर, 2019 में पूरा कर लिया गया है। वजीरगंज से तिलैया (18 किमी) व लखीसराय से शेखपुरा (25 किमी) को 2022 में तथा शेखपुरा से वारसलीगंज (25 किमी) एवं वारसलीगंज से तिलैया (36 किमी) 2023 में पूरा करने का लक्ष्य है। इसकी जानकारी पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने सोमवार को दी है।


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