BRA Bihar University के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में 27 कोर्स में होगी पढ़ाई, अनुमति के लिए दिया गया आवेदन
BRA Bihar University जुलाई सत्र से नामांकन की कवायद। यूजीसी को भेजी रिपोर्ट। जनवरी सत्र में तीन विषय को राजभवन से मांगी गई अनुमति।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे दूरस्थ शिक्षा निदेशालय इस साल 27 कोर्स में दाखिला लेगा। दाखिला लेने के लिए यूजीसी की गाइड लाइन के मुताबिक सारी तैयारी कर आवेदन भेजा गया है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद नामांकन लिया जाएगा। इस बीच दिसंबर-जनवरी सत्र में बीभीए, बीसीए व लाइब्रेरी साइंस के लिए राजभवन से अनुमति मांगी गई है। वहां से अनुमति मिलने के बाद दाखिला होगा।
इस कोर्स में दाखिला की तैयारी
दो साल वाले कोर्स में एमए हिन्दी, मनोविज्ञान, होमसाइंस, समाजशास्त्र, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, इतिहास, वाणिज्य शास्त्र, कम्पयूटर एपलिकेशन, बिजनेस प्रशासन, लाइब्रेरी एंड सूचना विज्ञान, एम इन एजुकेशन शामिल हैं। तीन साल वाले कोर्स में बीए प्रतिष्ठा हिन्दी, हिन्दी, मनोविज्ञान, होमसाइंस, समाजशास्त्र, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, इतिहास, वाणिज्य शास्त्र, कम्पयूटर एपलिकेशन, बिजनेस प्रशासन, लाइब्रेरी एंड सूचना विज्ञान, एम इन एजुकेशन, बीएड कोर्स शामिल हैं।
नियम के पेच में बंद था दाखिला
जानकारी के अनुसार 1995 से अबतक दूरस्थ शिक्षा निदेशालय का कोर्स बीआरएबीयू के नियम-अध्यादेश से चल रहा था। लेकिन 2016 राजभवन ने इस पर आपत्ति जताते हुए निर्देश दिया कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय का अपना नियम अध्यादेश अलग होना चाहिए। उसके बाद यहां का पठन-पाठन प्रभावित था। उस आदेश के आलोक में अपना नियम व अध्यादेश बनाकर राजभवन को दिसम्बर व जनवरी वाले कोर्स के लिए तथा यूजीसी को जुलाई से नियमित कोर्स के लिए आवेदन किया गया है। दोनों जगह से हरी झंडी मिलने के बाद छात्रों का अलग-अलग कोर्स में दाखिला लिया जाएगा।
यह होगा फीस का मानक
दो साल वाले कोर्स यानी एमए के लिए प्रति वर्ष चार हजार रुपये, तीन साल वाले कोर्स के लिए तीन हजार सात सौ रुपये प्रतिवर्ष शुल्क देना है। व्यवसायिक कोर्स के लिए न्यूनतम 28 हजार व अधिकतम 52 हजार अलग-अलग कोर्स का शुल्क रखा गया है।
बीआरएबीयू दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के प्रशासनिक अधिकारी ललन कुमार ने कहा कि 27 विषयों मेें दाखिले के लिए यूजीसी को आवेदन किया गया है। वहां से मान्यता मिलने के बाद जुलाई सत्र से नामांकन होगा। राजभवन से भी दिसम्बर-जनवरी कोर्स की अनुमति के लिए पहल की गई है।