रेलवे में योगदान से पूर्व भरना होगा दहेज विरोधी शपथ पत्र, शराब न पीने की भी लेनी होगी प्रतिज्ञा...
रेलवे में बहाल कर्मी योगदान से पहले लेंगे दहेज नहीं लेने व शराब नहीं पीने की शपथ। राज्य सरकार की दहेज व शराबबंदी रेलवे का आया रास बहालियों को लेकर अधिसूचना जारी।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। राज्य सरकार के दहेज व शराब पर रोक संबंधी नियम केंद्र सरकार के अधीन विभिन्न विभागों को भी खूब रास आ रहा है। राज्य सरकार के इस नियम से केंद्र का रेलवे भी कदमताल करने को आगे आया है। रेलवे ने भी अपने नये कर्मचारियों को इस दिशा में जागरुक व संकल्पबद्ध कराने की दिशा में पहल शुरू कर दी है। इसके तहत रेलवे में बहाल होनेवाले कर्मचारियों से तभी सेवा ली जा सकेगी जब वह दहेज न लेने व शराब नहीं पीने का शपथ पत्र भरकर विभाग को समर्पित करेंगे। इसके बाद ही उनके योगदान को विभाग स्वीकार कर सकेगा।
शराबबंदी व दहेज प्रथा पर रोक लगाने को मिलेगा बल
रेलवे का यह उद्देश्य राज्य सरकार के इस अतिमहत्वाकांक्षी पहल को सार्थक व व्यापक स्वरूप देना है। इस नई व्यवस्था के तहत शराबबंदी व दहेज प्रथा पर रोक लगाने में राज्य सरकार के प्रयासों को काफी मदद व बल मिलेगा। विभाग द्वारा योगदान के समय लिए गए शपथ को बार-बार याद दिलाते हुए उन्हें दूसरों को प्रेरित करने की भी सलाह दी जाएगी। रेलवे के कार्मिक विभाग ने इसे अनिवार्य करते हुए इसकी अधिसूचना जारी कर दी है और संबंधित अधिकारियों को इसके लिए आगाह कर दिया है।
चारो ओर हो रही प्रशंसा
रेलवे के द्वारा समाजिक क्षेत्र में इस बदलाव को लेकर की गई इस इस पहल की चारो तरफ प्रशंसा हो रही है। इसको लेकर सीनियर डीपीओ ने बताया है कि इस संबंध में संबंधित कर्मी व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए इसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। बताया गया है कि जो नये लोग रेल सेवा में योगदान करेंगे उन्हें अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्रों साथ ही दहेज न लेने व शराब नहीं पीने की शपथ पत्र भी देना होगा।
इस बारे में समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम अशोक महेश्वरी ने बताया रेलवे की यह पहल सराहनीय है। इससे समाज में फैली दहेज लेने और शराब पीने की कुरीतियों को लेकर जागरुकता आएगी। रेलकर्मी भी समाज के अंग हैं उन्हें भी इन समाजिक कुरीतियों को दूर करने की जवाबदेही है।