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मुजफ्फरपुर में फिजिकल मोड में कोर्ट संचालन नहीं होने पर न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे अधिवक्ता

फिजिकल मोड में कोर्ट संचालन नहीं होने पर न्यायिक कार्य से अधिवक्ता अलग रहेंगे। मुजफ्फरपुर जिला बार एसोसिएशन व एडवोकेट्स एसोसिएशन के आमसभा में यह निर्णय लिया गया है। कोविड 19 के मापदंड का पालन करते हुए फिजिकल कोर्ट संचालन की जिला व सत्र न्यायाधीश से मांग की गई है।

By Vinay PankajEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 03:27 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 03:27 PM (IST)
मुजफ्फरपुर में फिजिकल मोड में कोर्ट संचालन नहीं होने पर न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे अधिवक्ता
फिजिकल मोड में कोर्ट संचालन नहीं होने पर न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे अधिवक्ता

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। फिजिकल मोड में कोर्ट संचालन नहीं होने पर न्यायिक कार्य से अधिवक्ता अलग रहेंगे। जिला बार एसोसिएशन व एडवोकेट्स एसोसिएशन के आमसभा में यह निर्णय लिया गया है।

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जिला बार एसोसिएशन के महासचिव प्रवीण कुमार ने कहा कि कोविड 19 के मापदंड का पालन करते हुए एक सप्ताह के अंदर फिजिकल कोर्ट संचालन के लिए जिला व सत्र न्यायाधीश से मांग की गई है।

उन्होंने कहा कि सप्ताह भर में फिजिकल कोर्ट शुरू नहीं होने पर न्यायिक कार्य से सभी अधिवक्ता खुद को अलग रखेंगे। आमसभा की अध्यक्षता नवल किशोर प्रसाद सिन्हा ने किया। जिसमें एडवोकेट्स एसोसिएशन के रामशरण सिंह, महासचिव बीके लाल, सुनील कुमार श्रीवास्तव आदि अधिवक्ता मौजूद थे।

इधर, अहियापुर थाना क्षेत्र में अधिवक्ता नवल किशोर गोस्वामी के घर पर फायरिंग कर दशहत फैलाने के मामले में अपराधियों की गिरफ्तारी की अधिवक्ताओ ने मांग की गई है।

अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल सिटी एसपी से मुलाकात की। बार एसोसिएशन के महासचिव प्रवीण कुमार ने अधिवक्ता गोस्वामी को सुरक्षा देने की मांग की। उन्‍होंने कहा कि अधिवक्ता गोस्वामी की सुरक्षा अति महत्‍वपूर्ण विषय है और पुलिस प्रशासन को इसपर पूरा गौर करना चाहिए और अधिवक्‍ता को सभी आवश्‍यक सुरक्षा व्‍यवस्‍था मुहैया कराई जानी चाहिए।

बता दे कि इस घटना के बाद अधिवक्ता व उनका परिवार दहशत में जीने को विवश है। घर के सदस्य बाहर नहीं निकल रहे है। आरोप लगाया गया कि अहियापुर पुलिस मामले में कार्रवाई समेत ली है। प्रतिनिधि मंडल में संजय ओझा, सरोज कुमार, अमित प्रकाश श्रीवास्तव, अंजय वर्मा, सुशील कुमार सिंह समेत अन्य अधिवक्ता शामिल थे।


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