Move to Jagran APP

छात्रसंघ चुनाव: नेताओं की गतिविधियां हो गई तेज, तिथि घोषित होने का इंतजार

कैंप्‍स्‍ में जोर-शोर से चल रहा प्रचार कार्य, प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का भी जबरदस्त इस्तेमाल किया जा रहा है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 04:27 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 04:27 PM (IST)
छात्रसंघ चुनाव: नेताओं की गतिविधियां हो गई तेज, तिथि घोषित होने का इंतजार
छात्रसंघ चुनाव: नेताओं की गतिविधियां हो गई तेज, तिथि घोषित होने का इंतजार

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अभी छात्र संघ के चुनाव की तिथि घोषित नहीं की गई है लेकिन छात्र नेताओं की गतिविधियां तेज हो गई है। बिहार विवि अंतर्गत पश्चिम चंपारण के जिला मुख्यालय बेतिया में छात्र संघ चुनाव को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों व छात्र नेताओं की गतिविधियां बढ़ गई है। भले ही अभी तिथि की घोषणा नहीं हुई है मगर इसके उम्मीदवारों द्वारा कैंपस व इसके बाहर जोर-शोर से प्रचार-प्रसार चल रहा है। प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का भी जबरदस्त इस्तेमाल किया जा रहा है।

loksabha election banner

   फेसबुक, वाट्सएप से लेकर इंस्टाग्राम एवं ट्वीटर के माध्यम से भी अपील किए जा रहे हैं। अलग-अलग ग्रुपों पर तस्वीर के साथ अपील डाले जा रहे हैं। राजनेताओं की तरह अपने होर्डिंग पोस्टर चौक-चौराहे पर लगा रहे हैं। बता दें कि लंबे अरसे के बाद छात्र संघ का चुनाव कॉलेजों में कराया गया था।

चुनाव को लेकर छात्रों का देखते बन रहा उत्साह

छात्र संघ के चुनाव को लेकर छात्र-छात्राओं के बीच जबरदस्त उत्साह देखने को मिला था। लेकिन, इनके कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद अभी तक विश्वविद्यालय ने छात्र संघ चुनाव की घोषणा नहीं की है। इससे छात्रों में काफी आक्रोश भी है। छात्र संघ चुनाव की घोषणा नहीं होने के बावजूद भी छात्र अभी से ही अपने प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं। समाज के प्रबुद्ध लोगों से मिलकर अपने गांव एवं समाज के छात्र-छात्राएं जो वोटर हैं, उसे वोट करने के लिए अपील कर रहे हैं।

    सबसे बड़ी बात यह है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा भी बैकडोर से अपने पसंदीदा उम्मीदवारों की मदद की जा रही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, छात्र राजद, छात्र जदयू, एसएफआई, एआईएसएफ, आइसा, एनएसयूआई, छात्र जाप, छात्र लोजपा एवं छात्र रालोसपा, आजाद मंच से जुड़े छात्र भी चुनाव लडऩे की तैयारी में जुटे हैं। वहीं कई छात्र निर्दलीय भी ताल ठोक रहे हैं।

बिहार के अधिकांश नेता छात्र आंदोलन की देन

बता दें कि बिहार के अधिकांश नेता छात्र आंदोलन की ही देन हैं। वे कहीं न कहीं किसी छात्र संगठन से ही जुड़कर इस मुकाम तक पहुंचे हैं। राजनीति की पाठशाला कॉलेज ही है। ऐसे में लंबे समय के बाद यहां छात्र संघ चुनाव हुई थी। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि चुनाव कि तिथि की घोषणा जल्द ही की जाएगी। यही कारण है कि छात्र नेताओं में गतिविधियां तेज होने लगी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.