फर्जी प्रमाणपत्र पर बिजली विभाग में नौकरी पाने वाले दो ऑपरेटरों पर होगी कार्रवाई Muzaffarpur News
एक स्विच बोर्ड ऑपरेटर सूरजभान सिवान में और दूसरा अमित कुमार छपरा में पदस्थापित। सहायक निदेशक नियोजन भवन पटना के नेतृत्व में चल रही अन्य फर्जी कर्मियों की जांच।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिजली विभाग में फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी हासिल करने वाले दो स्विच बोर्ड ऑपरेटरों (एसबीओ) के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है। दोनों कर्मी मुजफ्फरपुर विद्युत एरिया बोर्ड अंतर्गत छपरा और सिवान में कार्यरत हैं। एरिया बोर्ड के डीजीएम आशुतोष कुमार ने सिवान एवं छपरा के विद्युत कार्यपालक अभियंताओं को पत्र लिखकर दोनों जालसाजों के वेतन पर रोक लगाते हुए कार्रवाई का आदेश दिया है।
एक स्विच बोर्ड ऑपरेटर सूरजभान सिवान में और दूसरा अमित कुमार छपरा में पदस्थापित है। इसके अलावा कई अन्य एसबीओ के आइटीआइ के प्रमाण पत्र तथा अंकपत्र फर्जी होने के साक्ष्य मिले हैं। सहायक निदेशक नियोजन भवन पटना के नेतृत्व में संदिग्ध प्रमाणपत्रों की जांच की जा रही है।
2006 में संविदा पर हुई थी नौकरी
विभागीय अधिकारी के अनुसार 2006 में राज्य के विभिन्न जिलों में विद्युत विभाग में संविदा पर काफी संख्या में स्विच बोर्ड ऑपरेटर, जूनियर लाइनमैन और अन्य कर्मियों की बहाली हुई थी। काफी दिनों तक काम करने के बाद इन्हें अनुभवी मानकर स्थायी तौर पर बहाल कर दिया गया। बहाली के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से 10वीं के साथ ही इलेक्ट्रिशियन ट्रेड से आइटीआइ होना अनिवार्य है। शर्तों के आधार पर 2015 में इनकी नौकरी पक्की हुई। तब से ही ये कर्मी विभिन्न पावर सब स्टेशनों में कार्यरत हैं।
कुछ दिन पहले विद्युत बोर्ड को शिकायत मिली कि कुछ ऑपरेटरों ने जालसाजी कर फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी हासिल कर ली है। इसके बाद नियोजन भवन द्वारा सभी के प्रमाणपत्रों की जांच शुरू की गई। इसमें फिलहाल दो ऑपरेटरों के आइटीआइ प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए हैं। 2015 से स्थायी होने के बाद से इन कर्मियों ने जितने वेतन की निकासी की है उसकी रिकवरी की जाएगी।
इस बारे में विघुत एरिया बोर्ड डीजीएम आशुतोष कुमार ने कहा कि नियोजन भवन पटना से स्विच बोर्ड ऑपरेटरों के सर्टिफिकेट एवं अंकपत्रों की जांच की जा रही है। फिलहाल दो कर्मियों का सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है।