मुजफ्फरपुर में समय से चार्जशीट दायर नहीं करने पर आरोपितों को मिला फायदा
इस साल जनवरी में अबतक चार मामलों में समय से चार्जशीट दायर नहीं करने पर आरोपितों को मिली जमानत। हत्या आम्र्स एक्ट समेत चार गंभीर आपराधिक मामलों में भी चार्जशीट दायर नहीं करने से पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है।
मुजफ्फरपुर, जासं। जेल भेजने के बाद पुलिस द्वारा समय से चार्जशीट दायर नहीं करने से आरोपितों को कोर्ट में इसका फायदा पहुंच जा रहा है। इस साल जनवरी में अबतक हत्या, आम्र्स एक्ट समेत चार गंभीर मामलों में चार्जशीट दायर नहीं करने से पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। जिसका फायदा इन केसों के आरोपितों को मिला है। मामले में जिला अभियोजन पदाधिकारी ज्ञानचंद्र भारद्वाज ने एसएसपी को संबंधित आइओ पर कार्रवाई के लिए पत्राचार किया है। बता दें कि गत साल भी करीब ढाई दर्जन मामलों में आइओ की लापरवाही से इन केसों के आरोपितों को फायदा पहुंचाया गया था। बताया गया कि कांटी थाने की पुलिस द्वारा अपराध की साजिश रचने के आरोप में गुलशन गौरव और राम कुमार गुप्ता को हथियार के साथ पकड़ा गया था। इस मामले में पुलिस द्वारा समय पर चार्जशीट दायर नहीं की गई। जिसका परिणाम रहा कि आरोपितों को फायदा मिला।
गायघाट पिरौछा में आपसी विवाद में हुई मारपीट में बिंदे सिंह की हत्या कर दी गई थी। 13 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में गिरफ्तार आरोपितों के विरुद्ध गायघाट थाने की पुलिस द्वारा समय से चार्जशीट दायर नहीं की गई। जिसका फायदा आरोपितों को मिल गया। हथौड़ी थाना क्षेत्र के खानपुर में दो पक्षों में हुई मारपीट व गोलीबारी मामले में जेल भेजे गए आरोपितों पर समय से चार्जशीट दायर नहीं की गई। हथौड़ी के ही बलुआहा में दो पक्षों में मारपीट मामले में आरोपितों पर समय पर चार्जशीट दायर नहीं की गई।