एबीवीपी ने चस्पा किया पोस्टर, 'कुलपति लापता, कोई ढूंढ़कर लाओ'
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव को लापता घोषित किया है।
मुजफ्फरपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव को लापता घोषित किया है। कुलपति के चैंबर समेत पूरे विश्वविद्यालय कैंपस में पोस्टर चस्पा किया है। उन पर मोटे-मोटे अक्षरों में लिखा है-'वीसी लापता हैं। वीसी एसी में मस्त हैं, छात्र गर्मी से त्रस्त हैं।' कहा है कि लापता वीसी को कोई ढूंढ़कर ला दे। अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए अभाविप के विश्वविद्यालय संयोजक केशरी नंदन शर्मा, जिला संगठन मंत्री पुरुषोत्तम कुमार, चंद्रभानु सिंह, सुधांशु राय, प्रभात मिश्रा, अभिनव कुमार, आदित्य कुमार, रविरंजन कुमार जैसे कार्यकर्ताओं ने कहा कि कुलपति की लगातार गैरहाजिरी से छात्र-छात्राएं बेहाल हैं, उनका काम नहीं हो पा रहा। कुलपति नहीं मिल रहे, इस कारण हम सबने पोस्टर चस्पा किए हैं, ताकि कोई उनको ढूंढ़कर ला दे।
कौन सुनेगा विद्यार्थियों की फरियाद
दूर-दराज से विद्यार्थी अपनी समस्या लेकर आ रहे। कुलपति के नहीं रहने से बैरंग लौटने को विवश हैं। उधर, कर्मचारी संघ ने हड़ताल कर रखी है। ऐसे में परेशानी और बढ़ गई है। छात्र जब कुलपति से मुलाकात के लिए जाते हैं, तब पता चलता है कि वे मुख्यालय से बाहर हैं। लिहाजा, उन छात्र-छात्राओं को खाली हाथ लौटना पड़ता है। विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष बसंत कुमार सिद्धू का कहना है कि अभाविप कार्यकर्ता अगर ऐसा कह रहे तो क्या गलत कर रहे। मार्क्सशीट, सर्टिफिकेट, प्रोविजनल, माइग्रेशन आदि के लिए लगातार विद्यार्थी दौड़ लगा रहे। आखिर, उनकी समस्या कौन सुनेगा? इधर, अपने कामकाज के लिए दौड़ लगाने वाले विद्यार्थियों का कहना है कि कुलपति अपने आवास से ही विश्वविद्यालय चलाते हैं। जब रहते भी हैं तो प्रशासनिक भवन में कम ही बैठते। उधर, उनके आवास पर सबको जाने की इजाजत नहीं होती। देखिए, चुनाव का समय आ गया है, इसलिए वे लोग ऐसा कर रहे। विश्वविद्यालय के काम से मैं सुप्रीम कोर्ट गया था। बुधवार को लौट रहा हूं। विरोध-प्रदर्शन सबका लोकतांत्रिक अधिकार है।
डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव
कुलपति, बीआरएबीयू