Bihar Human Chain: दरभंगा और समस्तीपुर में मानव श्रृंखला के दौरान दो लोगों की मौत, जानें कैसे हुआ हादसा
मानव श्रृंखला में शामिल बिहार केदरभंगा व समस्तीपुर जिले मेंदो लोगों की मौत हो गई। इनमें एक महिला तथा एक पुरुष शामिल हैं। दोनों के आश्रितों को सरकार ने मुआवजा देने की घोषणा की है।
दरभंगा, जेएनएन। बिहार में रविवार को ऐतिहासिक मानव श्रृंखला बनाई गई। पटना समेत तमाम जिलों में इसे लेकर लोगों में काफी उत्साह देखी गई। 18 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी श्रृंखला बनी, जिसमें पांच करोड़ से अधिक लोग शामिल हुए। लेकिन बिहार के दरभंगा व समस्तीपुर जिले में इस दौरान शामिल हुए दो लोगों की मौत हो गई। इनमें एक महिला तथा एक पुरुष शामिल हैं। उधर, सरकार ने मृत व्यक्ति के परिजनों को तत्काल सहायता के रूप में चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। मृत शिक्षक के आश्रितों को सहायता राशि के अलावा एक स्वजन को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
जानकारी के अनुसार, दरभंगा के केवटी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय दिधियार उर्दू के शिक्षक पैगंबरपुर गांव निवासी मो. दाऊद नहीं रहे। उनका निधन रविवार को हृदय गति रूक जाने से हो गया। बताया जाता है कि मो. दाऊद रनवे-रैयाम मुख्य मार्ग में बनाई गई मानव श्रृंखला में रनवे गांव के समीप शारदानंद झा के घर समीप विद्यालय के बच्चों के संग पंक्ति में खड़े थे। इसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वे गिर पड़े। घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक चिकित्सा केंद्र रनवे-केवटी पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
टीचर मो दाऊद के आकस्मिक निधन की खबर सुनते ही परिजन सहित गांव के लोग स्तब्ध थे। घटना की जानकारी मिलने पर डीइओ महेश प्रसाद सिंह, डीपीओ (सर्व शिक्षा) संजय कुमार देव कन्हैया, बीडीओ महेश चंद्र, सीओ अजीत कुमार झा, बीइओ रामेश्वर द्विवेदी, जिपस समीउल्लाह खां शमीम, मास्टर प्रशिक्षक निर्वाचन प्रशांत कुमार झा आदि ने पैगंबरपुर गांव पहुंचकर मृतक को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने मो. दाऊद के निधन पर शोक व्यक्त किया। साथ ही उनके परिजनों से बात कर उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया। डीएम ने कहा कि बिहार सेवा संहिता के प्रावधानों के तहत सेवा में रहने के दौरान सरकारी कर्मी की मृत्यु होने पर उनके किसी एक आश्रित को अनुकंपा पर सरकारी नौकरी दी जाएगी। बता दें कि स्व. दाऊद इसी वर्ष जुलाई माह में सेवानिवृत होने वाले थे।
दूसरी ओर समस्तीपुर के पटेल मैदान में मानव श्रृंखला में भाग लेने पटेल मैदान पहुंची जीविका समूह की दीदी रेशमा देवी की ठंड लगने से अचानक तबीयत बिगड़ गई। आनन फानन सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने रेफर कर दिया। इस दौरान एक निजी अस्पताल ले जाने क्रम में मौत हो गई। मृतका की पहचान सियाशरण राय की पत्नी 50 वर्षीय रेशमा देवी के रूप में हुई है। हकीमाबाद स्थित चांद जीविका स्वंय सहायता समूह की सदस्य थी। हालांकि, प्रशासनिक स्तर पर मामले की पुष्टि नहीं की गई है। जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया कि मानव श्रृंखला से पूर्व ही महिला की मौत हो गई थी। उन्हें सांस लेने में समस्या हो रही थी। मृतका के पति को बीडीओ और सीओ ने 4 लाख रुपये अनुग्रह राशि प्रदान की।
इधर, सरकार ने मृत व्यक्ति के परिजनों को तत्काल सहायता के रूप में चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर के महाजन ने मानव श्रृंखला का आयोजन समाप्त होने के बाद जानकारी दी कि प्रदेश स्तर पर लोगों ने जोश, उमंग और उत्साह के साथ मानव शृंखला में भाग लिया। इस दौरान दरभंगा में एक सहायक शिक्षक मो. दाऊद का निधन हृदयाघात से हो गया। शिक्षक मध्य विद्यालय केवटी में स्थायी शिक्षक के रूप में पदस्थापित थे। मृत शिक्षक के परिजन को तत्काल चार लाख रूपये की सहायता दी जा रही है। इसके अलावा उनके परिजनों को दूसरे लाभ और परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी भी दी जाएगी। दूसरी मृत्यु समस्तीपुर में एक महिला की हुई है। जिनके परिजन को भी चार लाख रुपये दिए जा रहे हैं।