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मुजफ्फरपुर जंक्‍शन से अमृतसर और मुंबई भेजी गई 700 पेटी लीची

सहरसा-अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस से 150 पेटी लीची अमृतसर के लिए भेजी गई है। वहीं पवन एक्सप्रेस में दरभंगा और मुजफ्फरपुर दोनों जगहों से साढ़े छह सौ लीची का पेटियां भेजी गई हैैं। मुजफ्फरपुर के व्यापारी मुंबई दिल्ली पंजाब अमृतसर भेज रहे लीची।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 20 May 2021 11:44 AM (IST)Updated: Thu, 20 May 2021 11:44 AM (IST)
मुजफ्फरपुर जंक्‍शन से अमृतसर और मुंबई भेजी गई 700 पेटी लीची
कुछ ठीकेदारों ने अपने फायदे के लिए बंद करा दिया था तीन साल पहले रेलवे से लीची की ढुलाई।

मुजफ्फरपुर, जासं। अमृतसर और मुंबई के लिए बुधवार को मुजफ्फरपुर और दरभंगा से करीब 700 पेटी लीची रवाना की गई। कोरोना काल में भी वहां के लोग यहां की लीची का स्वाद ले सकेंगे। रेल लीची व्यवसायी संघ के अध्यक्ष विजय कुमार ने कहा कि सहरसा-अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस से 150 पेटी लीची अमृतसर के लिए भेजी गई है। वहीं पवन एक्सप्रेस में दरभंगा और मुजफ्फरपुर दोनों जगहों से साढ़े छह सौ लीची का पेटियां भेजी गई हैैं। उन्होंने कहा कि यह व्यापार 20 दिनों तक ही चलता है। उसके बाद लीची खत्म हो जाती है। मुजफ्फरपुर के व्यापारियों की मुंबई, दिल्ली, पंजाब, अमृतसर जहां-जहां गद्दी है, वहां भेज रहे हैं। वहां से भी व्यापारी इसे हवाई जहाज से विदेश भेजते हैंं। हालांकि इस बार कोरोना काल में ऐसी स्थित नहीं दिखाई दे रही। 

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बिहार लीची उत्पादक संघ के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद ने कहा कि अपने फायदे के लिए रेलवे के कुछ कांट्रेक्टर ने अधिकारियों पर दबाव बनाकर चालबाजी से 2018 में मुजफ्फरपुर रेलवे पार्सल से लीची की ढुलाई बंद कर दी थी। इस बार रेलवे बोर्ड के आदेश से तीन साल बाद फिर से लीची की ढुलाई रेलवे से शुरू हुई। इससे व्यापारियों और किसानों को काफी राहत मिलेगी।

बस संवाहकों ने आपदा को बनाया अवसर, वसूल रहे मनमाना किराया

औराई (मुजफ्फरपुर), संस : प्रखंड क्षेत्र से जिला मुख्यालय जाने वाली बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों के संवाहक इनदिनों आपदा को अवसर समझ पैसेंजर से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। निर्धारित किराया से दोगुना किराया नहीं देने पर पैसेंजरों से बस संवाहक गाली- गलौज व मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। बुधवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित लोहिया चौक के व्यवसायी इसरारुल हक ने बताया कि औराई से मुजफ्फरपुर का निर्धारित किराया 50 रुपये के स्थान पर किसी से 100 रुपये तो किसी से 80 रुपये संवाहक जबरन वसूली कर रहे थे। नहीं देने पर संवाहक द्वारा गाली- गलौज व शहर स्थित बस स्टैंड में देख लेने की धमकी दी गई। वहीं, रतवारा गांव के राकेश कुमार ने बताया कि बस कंडक्टर ने औराई से मुजफ्फरपुर का किराया 80 रुपये ले लिया। टिकट मांगने पर बोला कि कुछ नहीं होगा, चलो हमारी जिम्मेवारी है। जिला पार्षद कुमारी सुजाता किंकर ने परिवहन विभाग व जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जांच कर दोषी बस संवाहकों पर कार्रवाई करने की मांग की है। इधर, बिहार स्टेट राज्य ट्रांसपोर्ट के प्रबंधक का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।


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