मोतीपुर में तोड़फोड़ मामले में 51 नामजद, दो सौ अज्ञात पर केस
मुजफ्फरपुर। मोतीपुर थाना क्षेत्र के एक गाव में दुष्कर्म के आरोपित की गिरफ्तारी की माग को लेकर एक पक्
मुजफ्फरपुर। मोतीपुर थाना क्षेत्र के एक गाव में दुष्कर्म के आरोपित की गिरफ्तारी की माग को लेकर एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष के कई घरों में की गई तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। ड्यूटी पर तैनात मोतीपुर थाना के सअनि केदारनाथ मिश्रा के बयान पर मामले में 51 नामजद व दो सौ अज्ञात उपद्रवियों को आरोपित किया गया है। वहीं, हिरासत में लिए गए 17 में से नौ उपद्रवियों को बीडीओ फुटेज के आधार पर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। शेष आठ लोगों को निर्दोष पाकर पुलिस ने थाने से पीआर बांड पर मुक्त कर दिया। एसएसपी द्वारा गठित पुलिस की विशेष टीम दुष्कर्म के फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जुटी हुई है। प्रभावित क्षेत्र में धारा 144 अगले आदेश तक लागू रहेगी।
यह है मामला : चार दिन पूर्व महिला के साथ पड़ोस के एक युवक ने दुष्कर्म किया था। स्थानीय स्तर पर मामले को निपटाने के लिए दबंगों ने पीड़िता को थाना जाने से रोक दिया था। न्याय नहीं मिलता देख मंगलवार को पीड़िता ने थाना पहुचकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बुधवार को एक पक्ष का गुस्सा उस समय भड़क गया जब आरोपित को पुलिस नहीं पकड़ सकी। इसी दौरान उपद्रवियों ने कई घरों में तोड़फोड़ की थी। इतना ही नहीं, पुलिस की मौजूदगी में ही कई लोगों से मारपीट की थी। उपद्रवियों ने पुलिस पर रोड़े भी बरसाए थे। बचाव में पुलिस की ओर से कई राउंड हवाई फायरिंग की गई थी। इसके बाद 25 से 30 परिवार गाव से पलायन कर गए।
पुलिस पर है भरोसा : पीड़िता व उनके परिजनों को पुलिस से न्याय मिलने की आस है। बातचीत के दौरान पीड़िता ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी अविलंब होनी चाहिए। उसे फासी की सजा होनी चाहिए। शुक्रवार तक पुलिस अधिकारियों ने गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। तय समय सीमा के अंदर प्रशासन अगर आरोपित की गिरफ्तारी सुनिश्चित नहीं करती है तो पुलिस उसके घर पर कुर्की करे।
पुलिस छावनी में तब्दील इलाका : बवाल के बाद प्रभावित इलाका पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील रहा। उपद्रवियों से निपटने को इलाके को नौ सेक्टरों में बाटा गया है। प्रत्येक सेक्टर पर एक-एक मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल की तैनाती की गई है। गुरुवार को डीएसपी पश्चिमी कृष्णमुरारी प्रसाद एंव एसडीओ पश्चिमी जे. प्रियदर्शिनी ने सभी सेक्टरों का मुआयना किया। अधिकारियों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए।
पुलिस का फ्लैग मार्च : प्रभावित क्षेत्र में मोतीपुर सहित कई थानों की पुलिस ने आमलोगो में विश्वास जगाने के लिए फ्लैग मार्च किया। इस दौरान पुलिस की टीम ने लोगों से समाज मे अशाति फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के बहकावे में नहीं आने व शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
घर लौटने लगे लोग : पलायित परिवारों की धीरे-धीरे वापसी शुरू हो गई है। अब भी 20- 25 परिवार घर नहीं लौटे हैं। दरवाजे पर बंधे मवेशी भूखे- प्यासे हैं। गुरुवार को कुछ महिलाएं अपने घर लौटीं जरूर, लेकिन घर से कुछ सामान लेकर चली गई। प्रभावित क्षेत्रों में आने वाले बाहरी लोगों पर भी पुलिस की नजर है। बावजूद पीड़ित परिवार को धमकियां मिल रही हैं, जिसकी सूचना मोतीपुर पुलिस को दी गई है।
मुखिया के परिजनों की पिटाई की होगी जांच
:मोतीपुर में बवाल के दौरान कल्याणपुर हरौना पंचायत के मुखिया रामेश्वर प्रसाद सिंह के घर में घुसकर पुलिस के जवानों द्वारा परिजनों की पिटाई मामले की जांच कराई जाएगी। मुखिया की शिकायत पर एसएसपी ने यह आश्वासन दिया। आवेदन मे पुलिसकर्मियों पर दरवाजे पर लगी जिप्सी, बाइक, कुर्सी, टीवी को क्षतिग्रस्त करने के साथ घर से 50 हजार रुपये गायब करने का आरोप लगाया है। कहा गया कि दुष्कर्म के बाद उत्पन्न तनाव को दूर करने के लिए एसडीओ पश्चिमी, डीएसपी पश्चिमी, बीडीओ, सीओ के संपर्क में थे। बुधवार को कुछ महिलाओं ने उनके घर के पास चौक पर उपद्रव करना शुरू कर दिया। महिलाओं से निपटने के लिए वहा पहुंचे पाच से छह की संख्या में पुलिस के जवानों ने मुखिया के दरवाजे पर लगी जिप्सी, बाइक, टीवी. इनवर्टर को क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं, बिछावन के नीचे से 50 हजार रुपये गायब कर दिया।