नेपाल में तूफान से भारी तबाही: तीन भारतीयों सहित 35 की मौत, 600 घायल
बिहार सीमावर्ती नेपाल में तूफान से भारी तबाही हुई है। इसमें बिहार व उत्तर प्रदेश के तीन लोगों सहित कुछ 35 की मौत हो गई है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
पूर्वीचंपारण [जेएनएन]। नेपाल के सीमावर्ती पर्सा और बारा जिले में रविवार रात आए तूफान से तबाही मच गई। इसमें अब तक 35 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, 600 से अधिक लोग घायल हैं। इनमें दर्जनभर से अधिक की स्थिति चिंताजनक है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। मरनेवालों में बारा जिले में 24 व पर्सा में एक की पहचान हुई। वहीं तीन भारतीय हैं। इनमेंं बिहार के मोतिहारी व सीतामढ़ी व उत्तर प्रदेश के बरेली के लोग भी हैं। घायलों का इलाज बारा और पर्सा जिले के अस्पतालों में जारी है।
नेपाल के प्रदेश नंबर दो की सरकार के आंतरिक मामलों के राज्य मंत्री व सरकार के प्रवक्ता ज्ञानेंद्र कुमार यादव ने कहा कि बारा और पर्सा में मृतकों के आश्रितों को तीन-तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। राज्य सरकार ने 35 लोगों के मरने बात कही है। वहीं, सूत्रों के अनुसार, मरने वालों की संख्या 50 तक है।
नेपाल के पीएम ने लिया जायजा
नेपाल सरकार ने सभी अस्पतालों को अलर्ट किया है। वहीं, राहत व बचाव कार्य के लिए सेना को तैनात कर दिया गया है। सोमवार को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने बारा व पर्सा जिले के अस्पतालों में पहुंचकर घायलों की स्थिति की जानकारी ली। आदेश दिया कि इलाज में किसी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए। पीडि़तों को हरसंभव मदद दिलाने की बात कही। कहा कि गृह सचिव प्रेम कुमार राई के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है। टीम क्षति का आकलन कर सरकार को रिपोर्ट देगी।
सैकड़ों घर व पेड़ गिरे
पर्सा एसपी रेवती ढकाल व बारा एसपी सानुराम भटराई ने बताया कि तूफान से करीब 15 करोड़ रूपये से अधिक की क्षति हुई। सर्वाधिक असर बारा जिला कलैया के फेटा, भरवलिया, भलुई आदि गांवों में पड़ा है। वहीं, भारत से नेपाल के वीरगंज कलैया आदि क्षेत्रों में होने वाली विद्युत आपूर्ति के लिए 132 केवी के सैकड़ों पोल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दर्जनों में गांवों तबाह हो गए हैं। लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं।
यात्री बस, मालवाहक ट्रक पलट गए। घर के छप्पर उड़ गए। कई घर ध्वस्त हो गए। एंबुलेस व वाहनों की कमी को देख कपड़े की झोली बना उसके सहारे घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए ब्लड की मांग की। इसके बाद लोग ब्लड ग्रुपों का नाम लिख नेपाल के अस्पतालों में ब्लड डोनेट करने की बात सोशल साइट पर पोस्ट करने लगे।
कैंप कर रहे नेपाल के मंत्री
नेपाल के गृहमंत्री रामबहादुर थापा, स्वास्थ्यमंत्री उपेंद्र यादव, भौतिक पूर्वाधार मंत्री रघुवीर महासेठ, शहरी विकास मंत्री मो. इश्तयाक राई आदि गांवों में कैंप कर सहायता के कार्य का जायजा ले रहे हैं। सेना, स्थानीय पुलिस व समाजसेवी संगठन भी सक्रिय है।
मृतकों में तीन भारतीय भी
बारा के जिलाधिकारी राजेश पौडेल व पर्सा के नारायण प्रसाद भट्टराई ने कहा कि मृतकों में मोतिहारी के राजेश मुखिया, सीतामढ़ी के अवधेश पासवान, बरेली लालगंज ( यूपी) के राधे लाढ़ी शामिल हैं।