West Champaran : कटिहार के मजदूर की मझौलिया चीनी मिल परिसर में गला दबाकर हत्या
West Champaran चीनी मिल कैंपस के समीप गन्ने के खेत से शव बरामद। चीनी मिल में ठेके पर काम करने वाले मजदूरों के लिए खाना बनाता था वीरेंद्र यादव। चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है पुलिस।
पश्चिम चंपारण, जागरण संवाददाता। मझौलिया चीनी मिल के समीप बदमाशों ने बीरन यादव उर्फ वीरेंद्र यादव (50) की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया। बुधवार की सुबह पुलिस चीनी मिल कैंपस के पूरब व उत्तर स्थित एक गन्ने के खेत से शव बरामद की। मृतक के गले पर रस्सी से गला कसने का निशान मिला है। शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया भेज दिया गया है। मामले में पुलिस चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हिरासत में लिए गए दो लोग भानाचक गांव के है। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
बुधवार की सुबह आसपास के लोग शौच करने गन्ने के खेत में गए तो शव को देखा। देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ लग गई। बाद में लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। थानाध्यक्ष राणा रणविजय कुमार ने बताया कि प्रथम ²ष्टया गला दबाकर हत्या करने का मामला प्रतीत होता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकता है। मृतक के परिजनों को फोन से मौत की सूचना दे दी गई है। जानकारी के अनुसार कटिहार जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपुर हसनगंज निवासी बीरन यादव उर्फ वीरेंद्र यादव करीब एक साल पहले अपने गांव के मजदूरों के साथ मझौलिया आया था। चीनी मिल में ठेकेदारी पर मजदूरी का काम करने वाले मजदूरों के लिए वह खाना बनाना पड़ा था। चीनी मिल कैंपस के ही एक निर्माणाधीन भवन के कमरे में रहता था।
शव मिलने की सूचना पर मझौलिया थाना के दरोगा उदय कुमार मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में ले लिया। उसके कमरे की भी जांच की। जहां एक झोले में रखे डायरी मिली। जिस पर घर का फोन नंबर अंकित था। बाद में पुलिस ने मृतक के परिजनों को फोन कर उसकी मौत की सूचना दी। घटना को लेकर इलाके में तरह-तरह की चर्चा है। मजदूर की हत्या आखिर किसने और क्यों की इस को लेकर लोग कई तरह की अटकलें लगा रहे हैं।