Muzaffarpur Flood News: बागमती, बूढ़ी गंडक और लखनदेई का जलस्तर खतरे के निशान के पार
Muzaffarpur Flood News सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में दस दिनों में 0.86 सेमी की गिरावट। मुरौल के दलौल घाट में डेंजर लेबल से सवा दो मीटर उपर बह रही बूढ़ी गंडक।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में नदियों के जलस्तर में गिरावट जारी है। बावजूद इसके बागमती, बूढ़ी गंडक और लखनदेई नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। पिछले 24 घंटे में बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में 0.12 सेमी की गिरावट हुई है। शनिवार को सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान 52.53 मीटर से 0.52 सेमी उपर 53.05 मीटर दर्ज किया गया। 30 अगस्त को बूढ़ी गंडक नदी उच्चतम स्तर पर थी। इसका जलस्तर 53.91 मीटर दर्ज किया गया था। दस दिनों के भीतर इसके जलस्तर में 0.86 सेमी की गिरावट दर्ज की गई है।
इधर, मुरौल के दलौल घाट में बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से सवा दो मीटर उपर बह रही है। यहां का जलस्तर 50.50 मीटर दर्ज किया गया है। शुक्रवार को यहां का जलस्तर 50.95 मीटर था। पिछले तीन दिनों से यहां जलस्तर का वर्ष 2019 का 50.18 मीटर का रिकार्ड टूट गया है। वहीं कटौझा में बागमती नदी के जलस्तर में 68 सेमी की गिरावट हुई है। हालांकि यह अब भी खतरे के निशान से 1.27 मीटर उपर बह रही है। शनिवार को इसका जलस्तर 55.00 मीटर दर्ज किया गया।
जबकि, बेनीबाद में बागमती नदी डेंजर लेबल 48.68 मीटर से 0.96 सेमी उपर बह रही है। शनिवार को यहां जलस्तर 49.61 मीटर दर्ज किया गया है। रेवाघाट में गंडक नदी का जलस्तर 53.74 व अहिरवलिया में 58.86 मीटर दर्ज किया गया। कुढऩी के शाहपुर मरीचा में नून नदी खतरे के निशान 50.25 मीटर से 1.70 मीटर नीचे बह रही है। यहां का जलस्तर 48.55 मीटर, गायघाट के बोराबारी में लखनदेई नदी का जलस्तर खतरे के निशान 42.00 मीटर से 1.23 मीटर उपर बह रही है। यहां का जलस्तर 43.23 मीटर दर्ज किया गया।