दरभंगा में बांध टूटने की अफवाह फैलानेवालों पर कसने लगा कानून का शिकंजा, आपकी आदत ऐसी तो नहीं ?
प्राथमिकी दर्ज। जल संसाधन विभाग हुआ गंभीर सोशल साइट्स पर बांध टूटने का पुराना वीडियो किया गया था वायरल। घटना में लिप्त लोगों की खोज तेज।
दरभंगा,जेएनएन। कमला नदी से सुरक्षा के लिए बनाए गए तटबंध टूटने की झूठी सूचना सोशल साइट््स और अन्य माध्यमों से प्रसारित करने के मामले में संबंधित लोगों पर कानून का शिकंजा कस गया है। घटना को जल-संसाधन विभाग ने घटना को गंभीरता से लेते हुए इस आशय की एक प्राथमिकी सकतपुर थाना में दर्ज कराई है। वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं। मामले में जिले के सभी पुलिस उपाधीक्षक और थानाध्यक्षों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। इस बीच जल संसाधन विभाग की ओर से की गई शिकायत के आलोक में राज्य मुख्यालय में साइबर अपराध की जांच के लिए काम करनेवाली विशेष टीम को भी मामले की जांच करने को कहा गया है। टीम कभी भी जांच के लिए आ सकती है।
दो दिन पहले वायरल हुआ था वीडियो
जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता अश्विनी कुमार ठाकुर के आवेदन पर स्थानीय थाना में एक प्राथमिकी आइटी एक्ट के तहत दर्ज की गई है। इसमें अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर वर्ष 2019 में कुम्हरौल के पास तटबंध टूटने का वीडियो वायरल कर तटबंध टूटने की अफवाह फैला रहे हैं।
विभाग की चिंता बढ़ी
बताया गया है कि कई बार अफवाह में बड़ी घटना हो जाती है। अभी आपदा का वक्त है। कोरोना संक्रमण का खतरा फैला है। ऐसे में इस तरह की घटना की सूचना के बाद तटबंध सुरक्षा में लगी टीम दौड़ी थी। काफी देर तक सरकारी कामकाज प्रभावित हुआ था। ऐसे में विभाग की ङ्क्षचता इस बात की है कि अफवाह कौन और क्यों फैला रहा है। तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है।
अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
दरभंगा वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने कहा कि बांध टूटने की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उनकी खोज चल रही है। जिले के सभी एसडीपीओ और थानाध्यक्षों को ऐसे लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। अफवाह फैलाने की बाबत जल संसाधन विभाग के अभियंता के आवेदन पर आइटी एक्ट के तहत सकतपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।