मनरेगा में दिन में मजदूर तो रात में जेसीबी से कराया जा रहा काम
सकरा प्रखंड की डिहुली इश्हाक पंचायत में बुधवार को अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने मनरेगा में जेसीबी से कार्य का भंडाफोड़ किया।
मुजफ्फरपुर : सकरा प्रखंड की डिहुली इश्हाक पंचायत में बुधवार को अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने मनरेगा योजना में मजदूर की जगह जेसीबी से काम कराने का भंडाफोड़ किया। इसे लेकर मजदूरों में आक्रोश है। इसके खिलाफ वे आंदोलन करेंगे। रात में जेसीबी तो दिन में मजदूरों से काम कराया जा रहा है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने डीएम व कार्यक्रम पदाधिकारी से की। मनरेगा के जेई ने कार्यस्थल पर पहुंचकर जाच की। लोगों ने बताया कि इस वक्त मजदूर जेसीबी आने-जाने के निशान मिटाने में जुटे थे। बावजूद कई स्थानों पर जेसीबी का निशान था। कार्यक्रम पदाधिकारी पंकज कुमार पाल ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि हम अभी रास्ते में हैं। अधिकारी ने कहा कि कार्यस्थल पर जेसीबी खजूर के पेड़ को हटाने के लिए गई थी, न कि मिट्टी भराई के लिए। बताया गया कि समिति सदस्य नीतू देवी की योजना से गोवाइत सीमान से पहाड़पुर तक करीब नौ लाख की लागत से सड़क निर्माण का कार्य चल रहा था। योजना का मुख्य उद्देश्य प्रवासी मजदूरों को रोजगार देकर आíथक संकट से निकालना था, परंतु मंगलवार की रात्रि से बुधवार तक जेसीबी चलाकर सड़क का निर्माण कराया गया। इसकी शिकायत रात को ही डीएम व अन्य अधिकारियों से की गई। जैसे ही मामले की जानकारी अधिकारियों को हुई तो मामले में लीपापोती की जाने लगी। पंचायत की मुखिया सोना देवी ने कहा कि मामले की शिकायत मिली है। वरीय अधिकारियों के जाच उपरात ही पता चल पाएगा कि आखिर मनरेगा योजना में कार्यस्थल पर जेसीबी क्यों लाई गई थी।