चार लोगों की मौत के बाद मधुबन में पसरा रहा सन्नाटा
पानापुर ओपी के मधुबन कांटी में शौचालय की शेटरिग खोलने के दौरान हुई चार लोगों की मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसरा रहा।
मुजफ्फरपुर। पानापुर ओपी के मधुबन कांटी में शौचालय की शेटरिग खोलने के दौरान हुई चार लोगों की मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसरा रहा। मृतकों के परिजनों को सांत्वना देने के लिए पड़ोसी व रिश्तेदारों का तांता लगा रहा। इधर, प्रशासन वहां की पल-पल की खबर लेता रहा। एक साथ चार परिवारों में कोहराम की स्थिति उत्पन्न हो गई। हादसे के पीड़ित परिवारों की परवरिश को लेकर भी लोग चिंतित रहे। ग्रामीणों में इसे लेकर चर्चा रही कि आखिर इन परिवारों के बच्चों व महिलाओं की परवरिश कैसे होगी। उन परिवारों के सामने आने वाले दिनों में भूखमरी की नौबत भी आ सकती है। कारण परिवार का भरण-पोषण करने वाले ही काल के गाल में असमय समा गए। घटना के दूसरे दिन पीड़ित परिवारों में चूल्हा तक नहीं जला। मृतकों में पिता-पुत्र व भाई-भतीजा के होने से परिवार पर दुखों का पहाड़ सा टूट पड़ा है। पीड़ितों के नाबालिग बच्चियों की शादी तो बच्चों की पढ़ाई कैसे पूरी होगी, इसे लेकर रिश्तेदार चिंतित दिखे। कोई इसे भगवान का अन्याय बताता रहा तो कोई इसे भगवान की इच्छा बता पीड़ित परिजनों को सांत्वना देते रहे। मृतक मधुसूदन सहनी के चार पुत्र में अब तीन पुत्र विकास कुमार, अमित कुमार व सुजीत कुमार है। पूरे परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेवारी विकास के कंधे पर आ गई है। वहीं, मृतक वीरकुवंर सहनी के दो लड़का और दो लड़की है जो सभी नाबालिग हैं। फिर भी सबसे बड़े 12 वर्षीय अनमोल कुमार कैसे परिवार का भरण-पोषण करेगा, यह चिंता का विषय बन गया है। मृतक धर्मेद्र सहनी के एक माह के दुधमुँहे बच्चे को भरण-पोषण के लिए धर्मेद्र की पत्नी पर ही परी घर की सारी जिम्मेवारी आ गई है।