निर्वाचन कार्य में भी महिलाओं का काम पुरुषों से रहा बेहतर
महिला कर्मचारी व पदाधिकारी नियंत्रित बूथों की रिपोर्ट रही सही। कई बूथों पर अधिक बेहतर रहा प्रबंधन। समय से मिलीं जानकारियां।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीबीसी की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि पुरुषों से बेहतर गाड़ी चलाती हैं महिलाएं। वे अधिक सलीके से ड्राइव करतीं। महिलाओं के बेहतर काम करने का एक और प्रमाण इस लोकसभा चुनाव में सामने आया। एक यह कि महिला मतदाताओं ने पुरुषों की तुलना में काफी अधिक मतदान किया। वहीं निर्वाचन कार्य में महिलाओं ने पुरुषों से बेहतर कार्य किया। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर लोकसभा में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक ऐसे बूथ बनाए गए जहां सभी कर्मचारी व पदाधिकारी महिलाएं थीं। वहीं सुरक्षा की कमान भी महिला सुरक्षा कर्मी की ही थी।
जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में इतने ही महिला कर्मी नियंत्रित बूथ बनाए गए। इन बूथों पर चुनाव के समय सारी चीजें व्यवस्थित मिलीं। वहीं प्रत्येक घंटे भेजी जाने वाली रिपोर्ट भी सटीक थी। जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार मिश्रा ने कहा कि महिलाओं के कमांड वाली बूथों की रिपोर्ट पुरुष कर्मी वाले बूथों से बेहतर रही। निर्वाचन आयोग का यह प्रयोग सफल रहा। आयोग ने इस बार लोकसभा चुनाव का थीम रखा था 'त्योहार'। यह इसलिए कि चुनाव को पर्व के रूप में मनाएं। महिला नियंत्रित जो बूथ बनाए गए वे आकर्षण के केंद्र रहे। साथ ही मतदाताओं में उत्सुकता भी रही।
मीनापुर की महिला मतदाताओं ने किया सर्वाधिक मतदान
वैशाली लोकसभा क्षेत्र के नक्सलवाद प्रभावित विधानसभा में मीनापुर भी है। मगर, यहां की महिला मतदाता काफी संख्या में घरों से निकलकर बूथों पर आईं। नक्सलवाद पर चोट के साथ यह लोकतंत्र की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण है। वैशाली लोकसभा में जहां 66.48 फीसद महिला मतदाताओं ने वोट डाले। वहीं मीनापुर में यह 70.05 फीसद रहा।
पुरुष व महिला मतदाता के वोट का आंकड़ा
विधानसभा पुरुष महिला
मीनापुर 63.09 70.05
कांटी 61.52 67.43
बरूराज 56.01 68.04
पारू 56.33 65.36
साहेबगंज 53.80 64.88
वैशाली 56.33 64.47
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