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शिवहर में 1.81 करोड़ के विभिन्न विभागों का 150 विपत्र रह गया लंबित

Sheohar News जिला कोषागार पदाधिकारी ने भेजी वित्त विभाग को रिपोर्ट। अब वित्त विभाग के अनुमोदन के बाद ही पास होगा लंबित विपत्र। जिले में मार्च क्लोजिंग के बावजूद विभिन्न विभागों के 1.81 करोड़ का 150 विपत्र लंबित रह गया है।

By Murari KumarEdited By: Published: Thu, 01 Apr 2021 04:27 PM (IST)Updated: Thu, 01 Apr 2021 04:27 PM (IST)
शिवहर: शिवहर समाहरणालय की फाइल फोटो। (जागरण आर्काइव)

शिवहर, जागरण संवाददाता। जिले में मार्च क्लोजिंग के बावजूद विभिन्न विभागों के 1.81 करोड़ का  150 विपत्र लंबित रह गया है। ससमय विपत्र नहीं जमा करने कारण यह लंबित रह गया है। जिला कोषागार पदाधिकारी कन्हैया लाल गोस्वामी द्वारा संबंधित विभागों के लंबित बिल से संबंधित प्रतिवेदन वित्त विभाग, पटना को भेज दिया गया है। अब वित्त विभाग के अनुमोदन के बाद ही बिल पास होगा।

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 बताते चलें कि, वित्त विभाग के निर्देश के आलोक में ट्रेजरी में विपत्र जमा करने के लिए 20 मार्च तक की तिथि निर्धारित की गई थी। जिसमें सभी मद का विपत्र प्राप्त करना था। 25 मार्च तक केवल वेतन भोगी, मानदेय, पेंशन, चिकित्सा से संबंधित विपत्र प्राप्त करना था। वहीं 25 मार्च के बाद भी रेयर केस जैसे कोर्ट केस, कोविड से संबंधित व निर्वाचन से संबंधित आदि विपत्र पारित होने के लिए समय सीमा में छूट दी गई थी। बावजूद इसके कुछ विभाग बेपरवाह रहे।

 लिहाजा, शरीफ नगर राइस के तहत 77 हजार 45 हजार रुपये, पंचायत सरकार भवन के तहत 60 लाख रुपये, विभिन्न कंस्ट्रक्शन के तहत 10 लाख रुपये, हाउसिंग लोन के तहत 12 लाख रुपये, शिक्षा व सामाजिक सुरक्षा के तहत व्यय मद में 21 लाख रुपये विपत्र समय सीमा के अंदर जमा नहीं होने पर लंबित रह गया है।  जिला कोषागार पदाधिकारी कन्हैया लाल गोस्वामी ने बताया कि, संबंधित विभागों का बिल लंबित रहने की जानकारी वित्त विभाग पटना को भेज  दी गई है। वित्त विभाग से अनुमोदन प्राप्त होने के बाद ही संबंधित बिल पास किया जाएगा। बताते चलें कि, प्रत्येक साल मार्च  में सरकारी लेन-देन अद्यतन किया जाता है। पिछले वित्तीय वर्ष का  हिसाब किताब 31 मार्च तक कर दिया जाता है। वहीं इससे संबंधित प्रतिवेदन सरकार  को भेजा  जाता है।


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