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पश्चिम चंपारण के गोबर्द्धना जंगल से 15 बंदूकें बरामद, एक दशक पूर्व जमीन के नीचे दबाई जाने की आशंका

WestChamparan News वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के गोबर्द्धना वन क्षेत्र से एसएसबी और पुलिस जवानों की संयुक्त छापेमारी में 15 देशी बंदूकें बरामद की गईं।

By Murari KumarEdited By: Published: Sun, 22 Mar 2020 04:18 PM (IST)Updated: Sun, 22 Mar 2020 04:18 PM (IST)
पश्चिम चंपारण के गोबर्द्धना जंगल से 15 बंदूकें बरामद, एक दशक पूर्व जमीन के नीचे दबाई जाने की आशंका
पश्चिम चंपारण के गोबर्द्धना जंगल से 15 बंदूकें बरामद, एक दशक पूर्व जमीन के नीचे दबाई जाने की आशंका

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के गोबर्द्धना वन क्षेत्र से एसएसबी और पुलिस जवानों की संयुक्त छापेमारी में 15 देशी बंदूकें बरामद की गईं। इसकी सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। संभावना जताई जा रही है कि ये असलहे वर्षों पूर्व इकट्ठा किए गए थे तथा नदी के किनारे दबा दिए गए थे। शनिवार की रात गुप्त सूचना पर रामनगर एसडीपीओ अर्जुन लाल व एसएसबी 65 वीं बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट दिव्यजीत सम्राट के नेतृत्व में गोबर्द्धना जंगल में छापेमारी हुई।

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 इस दौरान ढ़ोंगही नदी के किनारे मिट्टी के नीचे दबाकर रखी गई 15 बंदूकें बरामद हुई। इसमें 10 एकनाली बंदूकें 12 बोर की हैं। दो दोनाली बंदूकें हैं। बाकी तीन 315 बोल्ट एक्शन बंदूकें हैं। गौरतलब हैं कि गोबर्द्धना जंगल पूर्व से नक्सलियों के लिए सेफ जोन माना जाता रहा है। जहां दूसरे जिलों के भी नक्सली घटनाओं को अंजाम देने के बाद पनाह लेते रहे हैं।

 पुलिस ने गोबर्द्धना के जंगल से नक्सलियों के कई बंकर ध्वस्त किए हैं। ऐसे में अचानक जंगल व पहाड़ी नदी के पास से 15 बंदूकें होने के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। रामनगर एसडीपीओ अर्जुन लाल ने बताया कि ऐसी संभावना है कि ये बंदूकें एक दशक पूर्व जमीन के नीचे दबाई गई होंगी। अज्ञात के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पुलिस जांच कर रही।


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