चिकित्सक हड़ताल पर
जासं, मुजफ्फरपुर : निजी चिकित्सकों के मंगलवार की रात 12 बजे से हड़ताल पर होने के कारण बुधवार को गंभीर
जासं, मुजफ्फरपुर : निजी चिकित्सकों के मंगलवार की रात 12 बजे से हड़ताल पर होने के कारण बुधवार को गंभीर मरीजों के साथ मासूम की जान पर भी आफत बनी रही। दूर-दराज से इलाज को आने वाले मरीज के परिजन इधर-उधर भटकते रहे। एम्बुलेंस की सायरन गूंजती रही, फिर भी निजी क्लिनिक व नर्सिग होम में जगह नहीं मिली। सदर अस्पताल पहुंचने पर संतुष्टि नहीं मिली। फिर थक-हार कर एसकेएमसीएच पहुंचे। हालांकि आज रात बारह बजे के बाद हड़ताल खत्म हो गई।
शिशु विशेषज्ञ डॉ. गोपाल शंकर साहनी के पास मीनापुर के बनुआ गांव के सुरेश साह की विधवा ललिता देवी गोद में छह वर्ष के पुत्र संतोष कुमार को बेहोशी की हालत में लेकर पहुंची। साथ में उसकी सास उर्मिला देवी भी थीं। दोनों की आंखों से आंसू टपक रहे थे। डॉ. साहनी ने धैर्य दिलाते हुए तत्काल इलाज प्रारंभ करते हुए पीआइसीयू में भर्ती किया। यह हाल सिर्फ एक का नहीं थी, बल्कि डेढ़ दर्जन से अधिक मासूम के परिजन परेशान थे।
सरकारी अस्पताल में तांता
मुजफ्फरपुर : सदर व एसकेएमसीएच में सुबह से मरीजों का तांता लगा रहा। चिकित्सकों की हड़ताल के कारण ऐसी स्थिति थी। एसकेएमसीएच में 1100 से अधिक मरीज पहुंचे। इसके अलावा छह दर्जन से अधिक मरीजों को भर्ती किया गया। मालूम हो कि मीनापुर एवं मोतीपुर में चिकित्सकों पर हुए हमले के आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से जिले के सभी चिकित्सक मंगलवार की रात से हड़ताल पर चले गए। मरीजों की परेशानी बनी रही। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नेता डॉ. संजय कुमार ने बताया कि इसकी घोषणा रविवार को रेडक्रॉस भवन में आयोजित बैठक के पश्चात की गई थी। इसके बाद भी प्रशासन विधि-व्यवस्था कायम करने में सफल नहीं रहा तो आगे भी आंदोलन होगा।