जांच परख कर ही मतदाता देंगे अपना वोट
मुंगेर। हर चुनाव की तरह इस बार भी चुनावी समर में उतरे हर चुनाव की तरह इस बार भी चुनावी समर में उतरे प्रत्याशी याचक की भूमिका में नजर आ रहे है। मतदाता याचक को मत देने को तैयार हैं। चुनावी मौसम में जनता अपने दरवाजे पर आए हर याचक को दान देने का भरोसा देते हैं।
मुंगेर। हर चुनाव की तरह इस बार भी चुनावी समर में उतरे प्रत्याशी याचक की भूमिका में नजर आ रहे है। मतदाता याचक को मत देने को तैयार हैं। चुनावी मौसम में जनता अपने दरवाजे पर आए हर याचक को दान देने का भरोसा देते हैं। बाकी पांच साल मतदाता माननीयों के सामने याचक बने रहते हैं। मतदाता रमन कुमार ने कहा कि वे प्रत्याशियों को अपना मत देने का वादा जरुर करेंगे। लेकिन याचक को भी अपना वादा पूरा करने के लिए तत्पर रहना होगा। पप्पू कुमार ने कहा कि मत मांगने आने पर याचक की भूमिका में प्रत्याशी रहते हैं। लेकिन पांच सालों तक जनता को ही याचक बनना पड़ता है। इस बार सच्चे याचक को जांच परख कर ही अपना बहुमूल्य मत देंगे। दलों के कार्यकर्ता भी अपने-अपने प्रत्याशियों के छवि के गुणगान करते हुए मतदाताओं के पास अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने की अपील करते देखे जा रहे हैं। राजीव कुमार ने कहा कि जनता कभी कभी याचक बनती है। लेकिन नेताओं को हर पांच साल बाद याचक बनना पड़ता है । मतदाताओं का कर्तव्य है कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें।