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26 तक अल्ट्रासाउंड केंद्र बंद, लौट रहीं गर्भवतियां

संवाद सहयोगी मुंगेर 26 अगस्त तक सदर अस्पताल में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्र को बंद कर दिया

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Aug 2022 06:19 PM (IST)Updated: Tue, 23 Aug 2022 06:24 PM (IST)
26 तक अल्ट्रासाउंड केंद्र बंद, लौट रहीं गर्भवतियां

संवाद सहयोगी, मुंगेर : 26 अगस्त तक सदर अस्पताल में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्र को बंद कर दिया गया है। अगले तीन दिनों तक यहां कोई जांच नहीं होगी। अस्पताल प्रशासन केंद्र बंद होने की वजह तकनीकी कारण बता रहा है। बकायदा इसके लिए नोटिस भी चस्पा कर दिया है। दरअसल, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे सदर अस्पताल सहित जिले के अन्य सरकारी अस्पतालों में भले ही किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। सदर अस्पताल में लगी अल्ट्रासाउंड की सुविधा मरीजों को नहीं मिल रही है। इस कारण मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल रहा है और वह आर्थिक मार झेल रहे हैं। अस्पताल में रोजाना ही बड़ी संख्या में सोनोग्राफी के लिए मरीज अल्ट्रासाउंड केंद्र के बाहर एकत्रित होते हैं और केंद्र को बंद देख उन्हें निराशा हाथ लगती है। इस स्थिति में अस्पताल प्रशासन की ओर से अल्ट्रासाउंड की जांच के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। बता दें कि पूरे जिले से रेफर और अन्य मरीज इलाज को पहुंचते हैं, लेकिन यहां भी सुविधाओं का टोटा है।

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निजी जांच घर का मरीज को जाना मजबूरी

अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। सदर अस्पताल में मिलने वाली सुविधा के लिए मरीजों को मजबूरी में आठ सौ से एक हजार रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। बता दें कि सदर अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने के लिए प्रतिदिन औसतन सौ के आसपास गर्भवती महिलाएं आती हैं। जिन्हें महिला डाक्टर अल्ट्रासाउंड के पर्ची पर लिखती हैं। जब ये मरीज अल्ट्रासाउंड केंद्र पर पहुंचती हैं तो उन्हें केंद्र बंद मिलता है। ऐसे में मजबूर होकर उन्हें अस्पताल के बाहर निजी केंद्रों पर जाना मजबूरी है।

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निजी सेंटरों से है सेटिग

सख्ती के बाद भी अस्पताल में कुछ दलाल ओपीडी के बाहर अक्सर चक्कर काटते रहते हैं। जैसे ही मरीज अल्ट्रासाउंड केंद्र से निराश होकर बाहर निकलते हैं। दलाल उन्हें निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर सस्ते दर में सुविधा दिलाने का झांसा देते हैं। इसमें दलालों का प्रति मरीज कमिशन भी तय होता है। मरीजों की मानें तो यह कमिशन अस्पताल प्रबंधन तक को पहुंचता है।

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केस स्टडी : 1

हेरूदियारा की गर्भवती महिला ममता देवी को महिला चिकित्सक डा. मंजूला रानी ने अल्ट्रासाउंड जांच कराने की सलाह दी। मंगलवार को जांच कराने आई तो केंद्र बंद मिला। महिला ने बताया अब निजी अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र में मोटी रकम देकर जांच कराना होगा।

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केस स्टडी : 2

सीताकुंड की रूही बेगम ने कहा हमारी बहु रूकसाना बेगम का पहला प्रसव है। महिला चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड के लिए लिखा है। यहां जांच कराने जब पहुंची तो पता चला तीन दिनो तक जांच केंद्र बंद रहेगा। ऐसे में अब निजी अल्ट्रासाउंड में महंगे दर पर जांच कराना पड़ेगा।

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तकनीशियन अवकाश पर हैं। इस कारण 26 तक अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र बंद रहेगा। एक ही तकनीशियन रहने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

-डा. पीएम सहाय, सिविल सर्जन।


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