मुंगेर दंपती हत्याकांड की जांच टीम में 6 थानाध्यक्ष शामिल, 20 दिन पहले सुनीता का अपहरण करने आए थे बदमाश
Munger Couple Murder नया रामनगर थाना क्षेत्र के चंदनपुरा पोखर के पास शुक्रवार को हुई दंपती की हत्या मामले में गठित टीम पूरी तरह सक्रिय हो गई है। एसडीपीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम में छह थानाध्यक्षों को शामिल किया गया है।
मुंगेर, जागरण टीम: नया रामनगर थाना क्षेत्र के चंदनपुरा पोखर के पास शुक्रवार को हुई दंपती की हत्या मामले में गठित टीम पूरी तरह सक्रिय हो गई है। एसडीपीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम में छह थानाध्यक्षों को शामिल किया गया है। टीम दंपती हत्याकांड से पर्दा उठाएगी।
दिवंगत के आशीष राज के भाई ने नया रामनगर थाना को अज्ञात पर केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। पुलिस ने मामले की जांच विज्ञानी तरीके से कर रही है। मामले में कई बिंदू सामने आ रही है। हर एंगल से पुलिसिया जांच की जा रही है।
दूसरे दिन भी एसडीपीओ ने घटनास्थल पर की जांच
पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। पुलिस के समक्ष यह अबूझ पहेली बनी हुई है कि आखिरकार दंपती की हत्या किसने और किस वजह से की।
घटना के दूसरे दिन शनिवार को भी एसडीपीओ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच-पड़ताल की। पुलिस को इसमें कोई खास सफलता नहीं मिली। पुलिस ने अपने खुफिया तंत्र को भी पूरी तरह से एक्टिव कर दिया है।
दोहरे हत्याकांड के बाद आसपास के लोग भी सहमे हैं। कल की घटना के बाद आसपास की खेतों में काम करने वाले श्रमिक भी अपना मुंह नहीं खोल रहे हैं।
पुलिस हमलवार और उसके बाइक के बारे में पता लगाने में जुटी है। हालांकि, 24 घंटे बाद भी इस मामले में पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्याकांड में शामिल बदमाश गिरफ्त में होंगे।
20 दिन पहले तीन-चार लोगों ने रोका था
संवाद सहयोगी, बरियारपुर (मुंगेर): बरियारपुर के ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 20 दिन पहले जब शाम को काम करके सुनीता घर वापस जा रही थी, तब तीन-चार लोगों ने रास्ते में सुनीता को जबरन बाइक पर बैठाने का प्रयास कर रहे थे।
बाइक पर नहीं बैठने के कारण उन सभी युवकाें ने बदतमीजी भी की थी। यह देख ग्रामीणों ने जब युवकों को खदेड़ा तब सभी बाइक लेकर फरार हो गए थे। सभी युवक बाहरी थे, जब लोगों ने सुनीता से पूछा तब उसने ग्रामीणों को कुछ नहीं बताया।
इसके बाद से पति आशीष राज हरदिन स्वास्थ्य उप केंद्र पहुंचाने लगा। स्वास्थ्य उपकेंद्र में काम करने के कारण वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बहुत कम आती थी, इस कारण से कर्मियों को उसके बारे में कम पता है। लोगों ने बताया कि बरियारपुर में महिला स्वास्थ्य कर्मी को किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी।
मायूस दिखे स्वास्थ्य कर्मी
स्वास्थ्य उपकेंद्र पर सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी के पद पर कार्यरत सुनीता देवी की अपराधियों ने गोली मारकर शुक्रवार को हत्या कर दी थी। घटना के दूसरे दिन केंद्र पर स्वास्थ्यकर्मी मायूस दिखे।
स्वास्थ्य उपकेंद्र कालामंडल टोला अन्य दिनों की तरह खुला पर यहां तैनात एक एनएम रोगियों का इलाज कर रही थीं। स्वास्थ्य कर्मी तथा ग्रामीण दबी जुबां से हत्या की चर्चा करते नजर आ रहे थे।
हत्या किन कारणों से हुई इसका जवाब किसी के पास नहीं था। वहां कार्यरत कर्मियों ने बताया कि सुनीता जनवरी 2023 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में योगदान देने के बाद स्वास्थ्य उपकेंद्र में काम कर रही थी। सुनीता का स्वभाव बहुत ही मिलनसार था। वह अपने काम को बेहतर तरीके से करती थी।
हालांकि, यहां काम करते हुए सुनीता को चार माह ही हुए थे, लेकिन महिला स्वास्थ्यकर्मी के काम से ग्रामीण भी बहुत खुश थे। ग्रामीणों का कहना है कि उसके पति उसे यहां पहुंचाते थे तथा अपने साथ वापस ले जाते थे।