क्वारंटाइन कैंप में अब मच्छर नहीं उड़ाएंगे प्रवासियों की नींद
- सभी क्वारंटाइन कैंप में प्रवासियों को मच्छरदानी देने के निर्देश - क्वारंटाइन कैंप पर शुरू
- सभी क्वारंटाइन कैंप में प्रवासियों को मच्छरदानी देने के निर्देश
- क्वारंटाइन कैंप पर शुरू हुई योग, पेंटिग आदि गतिविधि
जागरण संवाददाता, मुंगेर : प्रदेश से आने वाले प्रवासियों के कारण जिला में कोरोना संक्रमण का संकट गहराने लगा है। अभी तक जिला में 17 प्रवासी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद जिला प्रशासन दूसरे प्रदेशों से आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिग और जांच के लिए और अधिक सजग हो गई है। जिला प्रशासन प्रदेशों से आने वाले प्रवासियों को 21 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर रही है। क्वारंटाइन कैंप में प्रवासियों को सबसे अधिक परेशानी मच्छरों के कारण होती थी। कई क्वारंटाइन कैंप में रह रहे प्रवासियों की शिकायत थी कि मच्छर के कारण रात में वे चैन से सो नहीं पाते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो काफ्रेंसिग कर क्वारंटाइन कैंपों की व्यवस्था को और अधिक सु²ढ़ करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने सभी प्रवासियों को अनिवार्य रूप से मच्छरदानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। सीएम के निर्देश पर डीएम राजेश मीणा ने सभी बीडीओ को अविलंब क्वारंटाइन कैंप में रहने वाले प्रवासियों को मच्छरदानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। सोमवार और मंगलवार तक अधिकांश क्वारंटाइन कैंप पर प्रवासियों के बीच मच्छरदानी का वितरण कर दिया गया। उबाऊ नहीं हो क्वारंटाइन अवधि
मीलों दूरी तय कर आने वाले प्रवासी को जब 21 दिनों के लिए क्वारंटाइन कैंप पर भेजा जाता है, तो वह सहज रूप में इसे स्वीकार नहीं कर पाते हैं। यही कारण है कि लोग क्वारंटाइन कैंप जाने से बचाने की कोशिश भी करते हैं। जिला प्रशासन ऐसे में क्वारंटाइन अवधि को उबाऊ नहीं, बल्कि मनोरंजक बनाने की तैयारी में जुट गई है। क्वारंटाइन कैंप में प्रवासियों के मनरंजन के लिए टीवी सेट लगाए जा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर सभी क्वारंटान कैंप प्रभारी को कैंप में रहने वाले प्रवासियों के लिए पेंटिग, योगाभ्यास आदि के कार्यक्रम आयोजित कराने के निर्देश दिए हैं। डीएम राजेश मीणा ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारंटाइन कैंप और सेंटर पर नियमित रूप से योगाभ्यास, पेंटिग सहित अन्य गतिविधि कराने के निर्देश दिए गए हैं। सभी कैंप प्रभारियों को प्रत्येक दिन की गतिविधि की तस्वीर भी भेजने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि, उनका दस्तावेजीकरण कराया जा सके। जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि क्वारंटाइन अवधि को मनोरंजक बनाई जा सके। ताकि, इस विपदा में प्रवासियों का आत्मबल मजबूत हो सके।