डाकिया बने चलंत एटीएम, घर बैठे लोगों के खाते से रुपये की निकासी
लॉकडाउन के दौरान डाकिये चलंत एटीएम बन गए हैं।
मुंगेर । लॉकडाउन के दौरान डाकिये चलंत एटीएम बन गए हैं। डाकिया घर घर जा कर लोगों के रुपये की जरूरत को पूरा कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान डाकिया 30 हजार लोगों के घरों तक रुपये पहुंचा चुके हैं।
शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में डाकिया एवं ग्रामीण डाक सेवक आधार आधारित पेंमेट सिस्टम द्वारा विभिन्न बैंकों के खाताधारकों को चार करोड़ रुपये से अधिक की राशि दे चुके हैं। वहीं, डाकघर के खाताधारकों के लाभुकों के बीच लगभग 35 करोड़ से अधिक की राशि उनके घरों तक पहुंचा चुके हैं।
इस संबध में डाकपाल शिशिर बिहारी शरण ने बताया डाक विभाग की इस सुविधा से लॉकडाउन में फंसे लोगों को काफी आसानी हुई। डाक विभाग के इस कार्य से वृद्धजनों, दिव्यागं, गरीब किसान और मजदूरों को सबसे अधिक लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि डाक विभाग द्वारा लॉकडाउन के दौरान 40 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन किया गया है।
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गांव में कैंप के माध्यम से लोगों के घरो तक पहुंच रहे रुपये
डाकपाल ने कहा ग्रामीण इलाका एवं दियारा क्षेत्र हो या गांव की सकरी गली डाकिया लोगों को एईपीएस के माध्यम से उनके बैकों से रुपये निकलाने की सुविधा दे रहे हैं । जिला प्रशासन के सहयोग से स्कूलो एव पंचायत भवनो में कैंप लगाकर भी रुपये निकालने की सुविधा दी जा रही है। डाकपाल ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में डाककर्मी शारीरिक दूरी का पूरा ध्यान रखते हैं। डाकिया के पास उपलब्ध माइक्रो एटीएम से प्रतिदिन एक व्यक्ति आधार लिकड अपने बैक खाते से दस हजार रुपये तक की राशि निकाल सकता है। इसके लिए लाभुक को किसी भी प्रकार का कोई अतिरिक्त शुल्क देय नहीं होगा।
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कहते हैं लाभुक
टीकारामपुर की 65 वर्षीय सुमित्रा देवी ने कहा कि लॉकडाउन के बीच डाकिया फरिश्ता बन कर घर आए और पेंशन की राशि मेरे हाथ में दे दी। सिघिया की रिकू देवी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण मैं घर से नहीं निकल पा रही थी। बैंक जाना भी संभव नहीं था। ऐसे हालात में डाक बाबू ने घर पर आकर रूपये दिए, तब जाकर घर का राशन मंगा सकी।
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कहते हैं डाकपाल
लांकडाउन मे फंसे लोगो के बीच शहर से लेकर गांव तक डाकिया रुपये पहुंचाने का काम कर रहे हैं। लाभुक अपने क्षेत्र के निकटतम डाकघर के डाकपाल का इसकी सूचना देगें। डाकिया आपके पते पर जाकर एइपीएस मशीन द्वारा फिगर प्रिट लेकर आपको रुपये देगा। उन्होंने कहा कि बीते एक सप्ताह में लगभग 17 हजार नये खाता खोले गए हैं।