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अस्पताल बना तबेला, मरीज की जगह हर वक्त दिखते हैं पशु

मुंगेर। जिला मुख्यालय से सटे हेमजापुर पंचायत के शिवकुंड उप स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Jul 2021 08:23 PM (IST)Updated: Tue, 13 Jul 2021 08:23 PM (IST)
अस्पताल बना तबेला, मरीज की जगह हर वक्त दिखते हैं पशु
अस्पताल बना तबेला, मरीज की जगह हर वक्त दिखते हैं पशु

मुंगेर। जिला मुख्यालय से सटे हेमजापुर पंचायत के शिवकुंड उप स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल है। इस स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं और संसाधनों की कमी के साथ-साथ चिकित्सकों का भी टोटा है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सक और महिला चिकित्सकों की आज तक तैनाती नहीं हुई है। एएनएम ही मरीजों का दवा से लेकर इलाज करतीं हैं। वह भी सप्ताह में महज दो से तीन दिन ही पहुंचती हैं। इस कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक भी महिला चिकित्सक के नहीं रहने से प्रसव पीड़ितों को काफी परेशानी होती है। प्रसव पीड़ितों के लिए हमेशा खतरा बना रहता है। कई बार महिला चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति के लिए पत्र लिखा गया, लेकिन अभी तक तैनाती नहीं की गई है। दूसरे और स्त्री रोग संबंधित इलाज कराने के लिए महिलाओं को मुंगेर या भागलपुर जाते हैं। इस उप स्वास्थ्य केंद्र की खास बात यह है कि यहां गांव के लोग पशु बांधते हैं। एक तरह से तबेला बन गया है। इस वजह से मरीज इलाज कराने से नहीं पहुंचते हैं।

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गंदगी से पटा रहता है स्वास्थ्य केंद्र

80 के दशक में बने इस स्वास्थ्य केंद्र की हालत काफी खराब है। यहां मरीज की जगह मवेशी आराम फरमाते हैं। यहां व्याप्त कुव्यवस्था के चलते गांव के मरीज इलाज के लिए सीधे बड़े शहरों की ओर रुख करते हैं। चारों तरफ गंदगी का फैली हुई है। इस कारण लोग आने से कतराते हैं। इस स्वास्थ्य उपकेंद्र पर पंचायत के आठ हजार लोगों की चिकित्सा का भार है। भवन की हालत भी जर्जर है। कभी भी ध्वस्त होने की संभावना है। स्वास्थ्य उपकेंद्र पर एक एएनएम इलाज को पहुंचती हैं। तीन कमरों में चलना वाले इस केंद्र में इक्का-दुक्का ही मरीज इलाज को पहुंचते हैं। स्वास्थ्य केंद्र तक पांच माह बहले बिजली पहुंचा दी गई, लेकिन अभी तक बल्ब नहीं जला है।

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ग्रामीणों का दर्द

-शिवकुंड स्थित स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह जिम्मेदार है। प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी ने कई बार इसका निरीक्षण किया। लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं हो सका। ऐसे में मरीजों को परेशानी होती है।

-राजकुमार राय, पूर्व मुखिया।

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यह स्वास्थ्य केंद्र काफी पुराना है। इस पर न तो स्वास्थ्य विभाग ध्यान दे रहा है और न ही कोई जनप्रतिनिध। इस वजह से यहां मरीजों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

-दशरथ राय, सेवानिवृत्त शिक्षक।

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उप स्वास्थ्य केंद्र मुंगेर-लखीसराय मुख्य पथ पर है। यहां किसी तरह की सुविधा मरीजों के लिए नहीं है। महिला चिकित्सक सहित कोई दूसरे डाक्टर की तैनाती आज तक नहीं हुई है। स्थानीय पंचायत के लोगों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है।

-ऋतुराज बसंत, समाजसेवी।

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-शिवकुंड स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र का कई बार निरीक्षण किया गया है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को भेजी गई है। व्यवस्था बहाल कराने के लिए हर संभव प्रयास चल रहा है।

-डा. महेंद्र प्रसाद, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, धरहरा।


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