रेल महाप्रबंधक के समक्ष अपनी चट्टानी एकता को प्रदर्शित करेंगे जमालपुर विकास मंच के कार्यकर्ता
मुंगेर। कारखाना को निर्माण इकाई का दर्जा देने इरमी को रेल विश्वविद्यालय का दर्जा डीजल शेड
मुंगेर। कारखाना को निर्माण इकाई का दर्जा देने, इरमी को रेल विश्वविद्यालय का दर्जा, डीजल शेड को इलेक्ट्रिक शेड में तब्दील करने सहित अन्य मांगों को लेकर 46 दिनों से जमालपुर विकास मंच द्वारा आंदोलन चलाया जा रहा है।
इधर, बुधवार को मंच के कार्यकर्ताओं ने वार्षिक निरीक्षण पर जमालपुर आने वाले जीएम को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया। कार्यक्रम की सफलता को लेकर मंच के कार्यकर्ताओं ने शहर में मोटरसाइकिल जागरुकता रैली निकाली। इस दौरान हर मकान और हर दुकान से एक व्यक्ति को मंच से जुड़ने का आह्वान किया गया। मोटरसाइकिल जुलूस बराट चौक से शुरू होते हुए सदर बाजार, भारत माता चौक, 6 नंबर गेट, छोटी केशोपुर, फरीदपुर, रामचंद्रपुर, फुल्का, लक्ष्मणपुर, जगदीशपुर, नयागांव, अल्बर्ट रोड, ईस्ट कॉलोनी, दौलतपुर, रामपुर, दरियापुर, अवंतिका रोड होते हुए जुबली बेल चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हुआ। इस दौरान चैंबर अध्यक्ष वासुदेव पुरी, साईं शंकर, विनय कुमार, बजरंगी, पूर्व रोहित सिन्हा, बबलू पासवान, मोहम्मद जुम्मन आलम, बमबम यादव, सरदार मनी, संजीव, शुभम, वार्ड पार्षद पंकू पासवान, सुदेश मंडल, राजेश रमन उर्फ राजू यादव, विक्की आनंद, सिटू, पवन, सत्या,अरुण, रवि यादव आदि ने कहा कि हमलोग अपनी मांगों को लेकर जीएम को ज्ञापन सौंपेंगे।
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रेलवे हॉल्ट पर कार्य कर रहे ठेकेदार के मजदूर की मौत संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर) : भागलपुर जमालपुर रेल खंड के खड़िया पिपरा हाल्ट पर कार्य कर रहे प्राइवेट मजदूर की मौत हो गई। इस कारण थोड़ी देर के लिए परिचालन ठप रहा। हालांकि बरियारपुर पुलिस ने घटना स्थल से शव को उठा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। जानकारी हो कि जीएम आगमन को लेकर भागलपुर से धनोरी स्टेशन तक रंग रोगन सहित प्रत्येक स्टेशन, हॉल्ट, रेलवे गुमटी पर रेलवे संवेदक द्वारा प्राइवेट मजदूरों से कार्य करवाया जा रहा है। सोमवार रात जमालपुर के संवेदक के प्राइवेट मजदूर फरीदपुर शिव मंदिर नालापार निवासी मनोज कुमार के 23 वर्षीय पुत्र विपुल कुमार उर्फ मुंगेरिया की मौत खड़िया पिपरा हॉल्ट पर हो गई। यह खबर जैसे ही रेल संवेदक को मजदूरों द्वारा दिया गया, तो संवेदक घटनास्थल से नौ दो ग्यारह हो गए। वहीं, अपना मोबाइल भी बंद कर लिया। इधर मजदूर के शव को घटनास्थल से उठाकर बरियारपुर पुलिस पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया।
इधर मजदूर मौत होने का कारण रेल संवेदक द्वारा देर रात तक मजदूर पर दबाव बनाकर रात के अंधेरे में कार्य करवाना बताया जाता है। जो भी हो मजदूर की मौत के बाद स्वजनों का रो रो कर बुरा हाल है। इधर, बरियारपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन ने बताया कि मृतक परिजन की ओर से अगर लिखित आवेदन प्राप्त होता है, तो निश्चित रूप से मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।