रेलकर्मी विरोधी है डॉक्टर देवराय कमेटी की रिपोर्ट
मुंगेर। मंगलवार को गेट मी¨टग को संबोधित करते हुए ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के केंद्रीय मह
मुंगेर। मंगलवार को गेट मी¨टग को संबोधित करते हुए ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के केंद्रीय महामंत्री कामरेड सूर्यनंदू कुमार बंदोपाध्याय ने कहा कि केंद्र सरकार रेल कर्मियों की जायज मांगों पर ध्यान नहीं देकर पूंजीपतियों के हित में कार्य कर रही है। डॉक्टर विवेक राय कमेटी की रिपोर्ट न तो रेल हित में है, न कर्मचारी हित में । इसलिए यूनियन हमेशा इस रिपोर्ट का विरोध करती है। वहीं रेल में निजीकरण, आउटसोर्सिंग, न्यू पेंशन स्कीम, वेतन विसंगति, एक्ट अपरेंटिस की नियुक्ति के खिलाफ भी मेंस यूनियन ने बिगुल फूंक दिया है। इसमें चट्टानी एकता का परिचय देना जरूरी है। तभी मजदूरों की जायज मांगों पर सरकार गंभीर होगा। वहीं केंद्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष कामरेड अमित घोष तथा केंद्रीय उपाध्यक्ष दिलीप दत्त चौधरी ने संयुक्त रुप से कहा कि रेलवे में स्थाई बहाली के बदले संविदा के आधार पर की जा रही है। नौकरी की सुरक्षा आज खतरे में है । लेकिन रेलवे में ढाई लाख पद रिक्त हैं। इसकी पूर्ति सरकार और प्रशासन रेलकर्मियों से 12 से 16 घंटे काम कर पूरा कर रही है। इसे यूनियन कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। गेट मी¨टग की अध्यक्षता करते हुए शाखा अध्यक्ष विश्वजीत एवं सचिव वीरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि रेलवे में अप्रेंटिस की नियुक्ति नहीं कर सेवानिवृत्त कर्मियों की बहाली की जा रही है। रेल अस्पताल कारखाना में सेफ्टी को लेकर स्थानीय प्रशासन आज तक सकारात्मक पहल नहीं कर रही जिससे रेलकर्मियों के साथ घटना दुर्घटना हो रही है। इसलिए, स्थानीय एवं केंद्रीय के समर्थन में मेंस यूनियन जल्द ही विशाल संघर्ष का ऐलान कर सरकार को रेल एवं कर्मचारी हित के लिए चुनौती देगी । मौके पर रामनगीना पासवान, युगल किशोर यादव, ओमप्रकाश शाह, संजय कुमार ओझा, अर्जुन ¨सह, शैलेश कुमार, मोहम्मद बहाउद्दीन, केएन विश्वास, विजय कुमार, राजेंद्र प्रसाद यादव, दीपक कुमार सिन्हा, रिजवान आलम, रंजीत, गोपाल, गौतम, ललन, शिशिर, अनिल, टुनटुन ठाकुर सहित दर्जनों रेल कर्मी मौजूद थे ।