सत्संग का संस्कार जीव को मोक्ष दिलाता है : भागीरथ दास जी महाराज
मुंगेर। नयागांव के गुरू निवास में रविवार से दो दिवसीय सतमत सत्संग का प्रारंभ हुआ। भजन कीर्तन, स्
मुंगेर। नयागांव के गुरू निवास में रविवार से दो दिवसीय सतमत सत्संग का प्रारंभ हुआ। भजन कीर्तन, स्तुति प्रार्थना, ग्रंथपाठ, संतवाणी पाठ, रामायण पाठ, सत्संग, प्रवचन एवं आरती गान से सत्संग प्रारंभ हुआ। सत्संग में जमालपुर, मुंगेर, खगड़िया, खड़गपुर, लखीसराय, सुल्तानगंज, असरगंज, तारापुर, धरहरा, सूर्यगढ़ा एवं अगल बगल के क्षेत्रों से सैकड़ों सत्संगी ने भाग लिया। अपने प्रवचन में कुप्पाघाट भागलपुर से आए संतमत के वरिष्ठ महात्मा भागीरथ दास जी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि सत्संग भगवान का निज अंग है। सत्संग से आध्यात्म ज्ञान की सही सही जानकारी होती है। सत्संग से चित्त प्रसन्न होता है, और पापों का नाश होता है । हमारे अंदर अंधकार, प्रकाश और शब्द ये तीन आवरण छाए हुए हैं। ²ष्टियोग और सूरत शब्दयोग का अभ्यास करके इन अवधारणों को हटाना चाहिए । इन आवरणों के हट जाने से माया हटेगी और परमात्मा का साक्षात्कार होगा। जन्म लेने और मरने के समान संसार में दूसरा दुख नहीं है । इससे छुटकारा पाने के लिए परमात्मा की भक्ति करनी चाहिए। मौके पर विवेक तुलसी, शिवनारायण मंडल, ओमप्रकाश गुप्ता, राजन कुमार चौरसिया, डॉ परमानन्द मंडल, अर्जुन तॉती, सीताराम वैध, डॉ रामाप्रसाद साह, जगदीश पंडित, राजेश सरस्वती, अभिमन्यू साह, प्रेमचन्द्र चौरसिया, मदन लाल पंडित, कन्हैया लाल चौरसिया, अंबिका तांती, विमल मोदी, कारेलाल मंडल, सोहन साह, ¨सघेष्वर साह, गणेश साह, उपेन्द्र मंडल, भूजनारायण पंडित, परमेश्वर साह, नरेश मंडल सहित सैकड़ों गणमान्य सत्संगी मौजूद थे।