भीमबांध : दशकों बाद भी नहीं बनी 10 किलोमीटर कच्ची सड़क
- कच्ची पथ सैलानियों की खुशियां कर देती है कम - नौ माह पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 30
- कच्ची पथ सैलानियों की खुशियां कर देती है कम
- नौ माह पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 30 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण कराने की घोषणा की थी राम प्रवेश सिंह, हवेली खड़गपुर (मुंगेर)
खड़गपुर अनुमंडल मुख्यालय से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भीमबांध में सीआरपीएफ कैंप बन जाने से पर्यटकों के मन से नक्सलियों का खौफ अब लगभग समाप्त हो गया है । अब पर्यटक यहां जाड़े के मौसम में बेखौफ हो वनभोज का लुत्फ उठाने आते हैं । लेकिन गंगटा लक्ष्मीपुर मुख्य पथ के सवा लाख बाबा से भीमबांध को जाने वाली 10 किलोमीटर कच्ची सड़क के जर्जर होने के कारण पर्यटकों की खुशियां फीकी रह जाती है। सड़क का आलम यह है कि पिकनिक मना कर घर वापस लौट रहे लोग, जब खुली वाहन में इस मार्ग से यात्रा करते हैं तो सड़कों से उड़ती धूल उनके चेहरे को इस तरह बदल देती है कि उन्हें पहचान पाना मुश्किल हो जाता है। धूल भरे रास्ते से मुक्ति दिलाने की दिशा में सरकार गंभीर नहीं है ।
--------------
मुख्यमंत्री ने की थी सड़क बनाने की घोषणा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 जनवरी 2019 को पॉलटेक्निक कॉलेज के उद्घाटन समारोह में घोषणा करते हुए कहा कि गंगटा लक्ष्मीपुर मुख्य पथ के सवा लाख स्थान से भीमबांध को जोड़ने वाली सड़क की स्वीकृति दे दी गई है। सड़क निर्माण पर तीस करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह पथ कोल्ड मिक्स टेक्नोलॉजी से बनेगी। मुख्यमंत्री के घोषणा के नौ माह बीत जाने के बावजूद भी सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
---------------------
कहते हैं ग्रामीण : स्थानीय ग्रामीण पैरु कुमार, राजेश कुमार, अकलू ठाकुर, रामनिवास सिंह, पूर्व मुखिया अरुण कुमार सिंह, अमरदीप सिंह, संजय राम, मुखिया प्रतिनिधि संजय कुमार, पैक्स अध्यक्ष हरिनंदन यादव आदि ने बताया कि भीमबांध को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने की कवायद की जा रही है। लेकिन, जब तक भीमबांध जाने वाली सड़क का पक्कीकरण नहीं किया जाता है, तब तक पर्यटक आसानी से भीमबांध नहीं पहुंच पाते हैं।
-----------------
कोट :::
वन विभाग के द्वारा इस सड़क का निर्माण नहीं कराया जाना है । इस सड़क का निर्माण पथ निर्माण विभाग द्वारा कराया जाना है ।
सड़क निर्माण कार्य की शुरुआत क्यों नहीं हुई है, इसकी जानकारी मुझे नहीं है ।
सरोज कुमार, रेंजर, वन विभाग, हवेली खड़गपुर, मुंगेर