धरातल पर उतरे बरियारपुर मननपुर रेलवे लाइन परियोजना
बजट से आस - 2008 में तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने किया था शिलान्यास - ममता बनर्जी ने स
बजट से आस
- 2008 में तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने किया था शिलान्यास
- ममता बनर्जी ने सर्वे के लिए आवंटित किया मात्र एक लाख
संवाद सूत्र, बरियारपुर (मुंगेर) : बरियारपुर, हवेली खड़गपुर और जमुई जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र को रेलवे की सुविधा से जोड़ कर विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए वर्ष 2008 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने बरियारपुर मननपुर रेल परियोजना का शिलान्यास किया था। बरियारपुर रेलवे स्टेशन पर शिलान्यास के बाद तत्कालीन रेल मंत्री ने कहा था कि इस परियोजना के बाद बरियारपुर, खड़गपुर और जमुई के पहाड़ी और जंगली क्षेत्र में भी यातायात की सुविधा सु²ढ़ होगी। खैर, सत्ता बदली और संप्रग दो में रेलमंत्रालय की जिम्मेवारी ममता बनर्जी को मिली। उस समय रेल मंत्रालय की ओर से बजट में बरियारपुर मननपुर रेल लाइन के सर्वे कार्य के लिए एक लाख रुपये आवंटित किया। इसके बाद यह परियोजना ठंडे बस्ते में चला गया। अब स्थिति यह है कि आम लोग इस रेल परियोजना को भूलने लगे हैं। मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में इस परियोजना के लिए राशि आवंटित की। लेकिन, अभी तक भू अर्जन का काम भी शुरू नहीं हो पाया है। ऐसे में केंद्र में फिर से मोदी सरकार बनने के बाद लोगों में यह उम्मीद जगी है कि बरियारपुर मननपुर रेल परियोजना के लिए वित्त मंत्री बड़ी धन राशि आवंटित कर इस परियोजना को पूरा कराने में अहम योगदान देंगे। राजद नेता डॉ. देवकी नंदन सिंह ने कहा कि इस रेल लाइन के निर्माण के लिए बांका के तात्कालीन सांसद जय प्रकाश नारायण यादव ने लोकसभा में सवाल उठाया था। दिलीप शर्मा, विजय कुमार सिंह, अशोक कुमार, विकास चंद्र साह, पंकज कुमार आदि ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले आम बजट से हमलोगों को काफी उम्मीद है। हमलोगों को यह उम्मीद है कि इस बार बजट में बरियारपुर मननपुर रेल परियोजना के लिए बड़ी धन राशि आवंटित की जाएगी। हवेली खड़गपुर चैंबर आफ कामर्स के पूर्व अध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि हवेली खड़गपुर में पर्यटन के विकास की असीम संभावनाएं मौजूद हैं। आवागमन के अधिक विकल्प मौजूद नहीं होने के कारण पर्यटक भीमबांध, ऋषिकुंड, हवेली खड़गपुर झील, हाहा पंचकुमारी, देवघरा स्थान आदि जगहों पर नहीं पहुंच पाते हैं। अगर, यह क्षेत्र रेल परियोजना से जुड़ जाए, तो पर्यटन के ²ष्टिकोण से क्षेत्र का विकास होगा और रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे।