अभयपुर स्टेशन से फोर्स हटाने पर उठ रहे कई सवाल
-स्टेशन प्रबंधक के द्वारा आरपीएफ जीआरपी को लिखा गया पत्र - नक्सल प्रभावित स्टेशन की श्रेणी म
-स्टेशन प्रबंधक के द्वारा आरपीएफ जीआरपी को लिखा गया पत्र
- नक्सल प्रभावित स्टेशन की श्रेणी में आता है अभयपुर स्टेशन
संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर) : भागलपुर जमालपुर किऊल रेल खंड के नक्सल प्रभावित स्टेशन में शुमार अभयपुर स्टेशन पर तैनात किए गए सशस्त्र फोर्स के नियुक्ति के बाद उसे वापस करने के पीछे कहीं कोई राज तो नहीं है। क्योंकि अभयपुर स्टेशन प्रबंधक सीपी पंडित के द्वारा पत्र प्रेषित कर स्टेशन परिसर से प्रतिनियुक्त ससस्त्र बल को वापस बुलाने की बात आरपीएफ जीआरपी से किया गया है। स्टेशन प्रबंधक सीपी पंडित के द्वारा जमालपुर आरपीएफ प्रभारी सुजीत कुमार यादव एवं रेल थानाध्यक्ष कामेश्वर सिंह को लिखे गए पत्र में यह कहा गया है कि अभयपुर स्टेशन पर यात्री प्रतीक्षालय में फोर्स रहने से आम रेल यात्रियों को बैठने उठने में काफी असुविधा हो रही थी। इसको लेकर संबंधित यात्री के द्वारा बीते 27 मई को लिखित आवेदन अभयपुर स्टेशन मास्टर को दिया गया था। इसी को आधार बनाकर स्टेशन प्रबंधक ने आरपीएफ एवं जीआरपी प्रभारी को पत्र लिखा। इधर लिखे गए पत्र के आलोक में आरपीएफ एवं जीआरपी के प्रभारी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि स्टेशन की सुरक्षा संरक्षा के साथ साथ यात्री की सुरक्षा को लेकर अभयपुर स्टेशन पर यात्रियों की मांग के बाद सशस्त्र बल की प्रतिनियुक्ति किया गया था। आज एक साल के बाद इस तरह की बातें सामने आ रही है, यह आश्चर्यजनक बात है। इसलिए इस मामले को अपने वरीय अधिकारी के पास रखने का काम करूंगा। क्योंकि, मसूदन, उरेन, धनोरी, कजरा, लयपवेय होल्ड का निगरानी अभय पुर स्टेशन से ही प्रतिनियुक्त सशस्त्र बल के द्वारा किया जा रहा था। सशस्त्र बल हटाए जाने के बाद कभी भी कोई बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
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