रेलवे को लगा झटका, इरिमी में नामांकन की उम्मीद समाप्त
- रेलवे ने मान्यता बहाल के लिए किया था अनुरोध यूपीएससी ने किया किनारा - 2019 से नामांकन क
- रेलवे ने मान्यता बहाल के लिए किया था अनुरोध, यूपीएससी ने किया किनारा
- 2019 से नामांकन की उम्मीद पर फिर गया पानी
संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर) : जमालपुर स्थित देश का पहला इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिग (इरिमी) में एससीआरए पाठ्यक्रम बंद हो जाएगा। यहां स्पेशल क्लास अप्रेंटिस में एडमिशन शुरू होने की उम्मीद को झटका लगा है। रेलवे के अनुरोध को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने ठुकरा दिया है। इस कारण 2019 से नामांकन होना संभव नहीं है। आयोग के इस फैसले से रेलवे को बड़ा धक्का लगा है।
इरिमी में एसीआरए की पढ़ाई के लिए यूपीएससी ही मान्यता देता है। 2016 के बाद जमालपुर स्थित इरिमी संस्थान में नामांकन बंद है। रेलवे की ओर से नामांकन प्रक्रिया शुरू कराने के लिए आयोग को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया था। पर, इस पर आयोग ने संज्ञान नहीं लिया और रिपोर्ट में नामांकन शुरू कराने की बात पर विराम लगा दिया। 2019 में अंतिम बैच के प्रशिक्षु इरिमी संस्थान से पास आउट हो गए हैं। अब इरिमी में एक भी एससीआरए छात्र नहीं बचें हैं। हालांकि रेलवे से सेवानिवृत्त हुए महाप्रबंधक आज भी एससीआरए की पढ़ाई को चालू करवाने की दिशा में प्रयासरत हैं। वैसे संघ लोक सेवा आयोग के सचिव राकेश कुमार गुप्ता ने पत्र लिखकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को स्पष्ट शब्दों में कहा है कि संघ निकट भविष्य में एससीआरए की परीक्षा करवाने की किसी प्रकार की आवश्यकता महसूस नहीं करती है।
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विदेश से पहुंचते थे छात्र -
इस संस्थान से पढ़कर निकले रेलवे के कुछ अफसर बताते हैं कि इस फैसले से फायदा, कम नुकसान ज्यादा है। इस संस्थान की स्थापना 1888 में हुई थी। एक समय था, जब इस संस्थान में ब्रिटेन सहित दूसरे देशों के भी छात्र पढ़ाई के लिए यहां आते थे। ऐसे संस्थान को बंद करना सही नहीं है।
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महीनों से फंसा हुआ था पेच, चेयरमैन ने दिया था भरोसा
इरिमी में एससीआरए पढ़ाई को लेकर यूपीएससी में तकनीकी पेच महीनों से फंसा हुआ है। इसके लिए रेल मंत्रालय और यूपीएससी के बीच वार्ता चल रही है। इरिमी में एससीआरए की पढ़ाई शुरू कराने को लेकर सीएम ने पीएम को पत्र लिखा था और इसकी पढ़ाई शुरू कराने की बात कही थी। पीएम ने मामले को गंभीरता से लेने की बात कही थी। वर्ष 2018 में तत्कालीन रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहनी ने भी इरिमी में एससीआरए पढ़ाई चालू करने की घोषणा की थी।
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एससीआरए के कायल हैं रेलवे के वरीय अधिकारी
रेल से अवकाश प्राप्त महाप्रबंधक एके जैन ने कहा कि इरिमी का एससीआरए जमालपुर ही नहीं देश की शान है। इसके बिना रेल की परिकल्पना संभव नहीं है। देश में इस प्रकार कर संस्थान कहीं नहीं है। इसलिए यहां पढ़ाई शुरू कराने के लिए सरकार और मंत्रालय को एक बार फिर से पहल करना चाहिए।