अक्षय नवमी को होती है श्री विष्णु भगवान की विशेष कृपा
संवाद सूत्र, मुंगेर: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के नवमी तिथि को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है
संवाद सूत्र, मुंगेर: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के नवमी तिथि को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन को अक्षय नवमी भी कहा जाता है। बाबा झारखंडी नाथ शिव मंदिर के पुजारी श्याम दयाल पाठक ने बताया कि अक्षय तृतीया को भगवान विष्णु की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा मिलती है। भगवान विष्णु को आंवला का वृक्ष अधिक पसंद है। इसलिए इस दिन आंवला वृक्ष की पूजा के बाद शाम को इसके नीचे भोजन बनाकर खाने से परिवार में सुख शांति बनी रहती है। उन्होंने बताया कि अपने पूर्वजों की शांति के लिए इस दिन कूष्माण्डा का दान किया जाता है। कार्तिक मास में आंवले के वृक्ष का पूजन करने से अश्वमेघ यज्ञ से भी अधिक पुण्य मिलता है। जो व्यक्ति इस दिन आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन करते हैं, उनके वर्षों के अन्न संसर्ग पाप नष्ट हो जाते हैं। वहीं पूजा कर रही गुड़िया देवी, पूजा देवी, अनुराधा देवी, सावित्री देवी, राखी देवी ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन यह पूजा महिलाएं अपने परिवार के सुख शांति के लिए करती हैं और वे सभी कई वर्षों से पूरे विधि विधान के साथ यह पूजा कर रही हैं।