Move to Jagran APP

Munger Lok Sabha Seat: इस बार JDU-RJD के बीच कांटे की टक्कर, कभी था कांग्रेस का गढ़; एक बार वाम दल ने भी मारी बाजी

मुंगेर लोकसभा सीट से छह बार कांग्रेस दो बार राजद एक बार भाकपा एक बार समता एक बार जनता दल एक बार सोशलिस्ट व एक बार लोक दल के प्रत्याशी विजयी हुए। 2008 से पहले मुंगेर लोकसभा क्षेत्र का परिसीमन अलग था। नए परिसीमन के बाद मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति में काफी बदलाव हुआ। इस बार ललन सिंह और बाहुबली अशोक महतो की पत्नी आमने सामने हैं।

By Rajnish Kumar Edited By: Mukul Kumar Published: Tue, 02 Apr 2024 09:54 AM (IST)Updated: Tue, 02 Apr 2024 09:54 AM (IST)
इस बार JDU-RJD के बीच कांटे की टक्कर

जागरण संवाददाता, मुंगेर। Lok Sabha Election मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में पहला चुनाव 1952 में हुआ। तब से लेकर अब तक 16 बार लोकसभा के चुनाव हो चुके हैं। मुंगेर लोकसभा सीट से छह बार कांग्रेस, दो बार राजद, एक बार भाकपा, एक बार समता, एक बार जनता दल, एक बार सोशलिस्ट व एक बार लोक दल के प्रत्याशी विजयी हुए।

loksabha election banner

2008 से पहले मुंगेर लोकसभा क्षेत्र का परिसीमन अलग था। नए परिसीमन के बाद मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति में काफी बदलाव हुआ। पहले मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में मुंगेर, जमुई व लखीसराय जिले का सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र शामिल था।

2008 के बाद नए परिसीमन में मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में मुंगेर जिले का मुंगेर व जमालपुर, लखीसराय जिले का सूर्यगढ़ा व लखीसराय समेत पटना जिले के मोकामा व बाढ़ को शामिल किया गया। 2009 में नए परिसीमन के आधार पर चुनाव हुआ।

परिसीमन बदलने के बाद से संपन्न हुए तीन लोकसभा चुनावों में मुंगेर लोकसभा सीट एनडीए के खाते में गई है। संसदीय क्षेत्र की रूप रेखा प्रस्तुत करती रजनीश की रिपोर्ट।

वर्ष 2009 में जदयू के ललन सिंह ने राजद को दी थी मात

वर्ष 2009 के चुनाव में एनडीए के घटक दल जदयू के राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने जीत दर्ज की। इन्होंने राजद उम्मीदवार राम बदन राय को 1.89 लाख मतों के अंतर से हराया।

इसके बाद 2014 के चुनाव में जदयू एनडीए से अलग हटकर खुद मैदान में उतरा था। इस बार भी जदयू से राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ही उम्मीदवार थे। विपक्ष में एनडीए के घटक दल लोजपा से वीणा देवी प्रत्याशी थीं। इस चुनाव में वीणा देवी ने एक लाख नौ हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी।

वर्ष 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी पर भी भारी पड़े थे ललन

2019 के आम चुनाव में एक बार फिर एनडीए के साथ जदयू ने चुनाव लड़ा और राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह मैदान में उतरे। इस बार उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवार नीलम देवी को 1,67,937 मतों के अंतर से हराया। 2009 के बाद राजद व कांग्रेस के प्रत्याशियों का खाता नहीं खुला।

अब 2024 का चुनाव बिहार में जदयू एनडीए के साथ ही लड़ रहा है। इस बार इस सीट पर एनडीए का दबदबा दिख रहा है। महागठबंधन से राजद की सीट पर अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनिता मैदान में हैं। मुकाबला दोनों के बीच है।

राजद के दो विधायक एनडीए के पाले में आने से स्थिति मजबूत

मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की तीन विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। इनमें मुंगेर से भाजपा के प्रणव कुमार, लखीसराय से भाजपा के विजय कुमार सिन्हा तथा बाढ़ से ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू विधायक हैं।

इसके अलावा मोकामा की वर्तमान राजद विधायक नीलम देवी तथा सूर्यगढ़ा से राजद विधायक प्रह्लाद यादव विगत दिनों बिहार विधानसभा में हुए शक्ति परीक्षण के क्रम में राजद से दूर हो एनडीए के खेमे में आ चुके हैं। ऐसे में मुंगेर लोकसभा के कुल छह में से पांच विधानसभा सीटों पर एनडीए का दबदबा है।

शेष एक जमालपुर विधानसभा क्षेत्र में भी एनडीए वर्तमान समय में मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहा है। 2005 से लेकर 2020 तक जमालपुर विधानसभा सीट पर जदयू का कब्जा रहा है।

मुंगेर लोकसभा एक नजर-2024

  • 06 विधानसभा क्षेत्र : मुंगेर, जमालपुर, लखीसराय, सूर्यगढ़ा, मोकामा और बाढ़
  • 2025 मतदान केंद्रों पर डाले जाएंगे वोट
  • 20.34 लाख हैं मुंगेर लोस क्षेत्र में मतदाता
  • 10.78 लाख है पुरुष मतदाताओं की संख्या
  • 9.56 लाख है महिला मतदाताओं की संख्या
  • 29,890 हैं 18 से 19 वर्ष के मतदाता
  • 16,318 दिव्यांग मतदाता हैं पूरे लोस क्षेत्र में
  • 2019 में मतदान प्रतिशत 54.73 रहा
  • 2009 में वोट प्रतिशित- 41.65 प्रतिशत वोट पड़े-
  • 39.87 पुरुष वोटरों ने किए वोट
  • 40.85 मतदाताओं ने किए वोट
  • 1.89 लाख से ललन सिंह की हुई जीत
  • 2014 में 54 प्रतिशत वोटिंग
  • 52.9 पुरष मतदाताओं ने वोट दिए
  • 54.4 महिला वोटरों ने किया मतदान
  • 109084 से वीणा देवी की जीत

कब कौन रहे सांसद

  • 1952-बनारसी प्रसाद सिंह, कांग्रेस
  • 1957- बनारसी प्रसाद सिंह, कांग्रेस
  • 1962- बनारसी प्रसाद सिंह, कांग्रेस
  • 1967 : मधु लिमये, सोशलिस्ट
  • 1972- डीपी यादव, कांग्रेस
  • 1977- कृष्णा सिंह, लोकदल
  • 1980- डीपी यादव, कांग्रेस
  • 1984- डीपी यादव, कांग्रेस
  • 1989- धनराज सिंह, जनता दल
  • 1991- ब्रह्मानंद मंडल, भाकपा
  • 1996- विजय कुमार विजय, राजद
  • 1999- ब्रह्मानंद मंडल, समता पार्टी
  • 2004- जयप्रकाश नारायण यादव, राजद
  • 2009- राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, जदयू
  • 2014- वीणा देवी, लोजपा
  • 2019- राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जदयू

यह भी पढ़ें-

कैसा था वो दौर? पति सांसद, पत्नी बेचतीं थीं सब्जी और लोगों ने चंदा कर बनवाया घर; ऐसी है इस नेता की कहानी

बिहार में चुनाव का एक दौर ये भी... एक ही गाड़ी से प्रचार में निकलते थे लहटन और कुंवर, इस तरह से करते एक-दूसरे की मदद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.