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लॉकडाउन से दूध की डिमांड व सप्लाई प्रभावित

मुंगेर । लॉकडाउन ने दूध की डिमांड और सप्लाई पर काफी असर डाला है। दूध की खपत लॉकड

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 08:53 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 08:53 PM (IST)
लॉकडाउन से दूध की डिमांड व सप्लाई प्रभावित
लॉकडाउन से दूध की डिमांड व सप्लाई प्रभावित

मुंगेर । लॉकडाउन ने दूध की डिमांड और सप्लाई पर काफी असर डाला है।

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दूध की खपत लॉकडाउन की वजह से 35 प्रतिशत तक कम हो गई है। लॉकडाउन के पहले जहां जिले में एक लाख लीटर दूध खपत होती थी। वहीं लॉकडाउन में 60 से 70 हजार लीटर दूध का ही खपत हो रही है। दूध का उत्पादन जिस तरह से हो रहा है, उसके अनुपात में बिक्री नहीं हो रहा है। लिहाजा पशुपालकों को दूध का उचित कीमत नहीं मिल पा रहा है। बता दें कि जिला में 106 दुग्ध उत्पादन समितियों का संचालन किया जा रहा है । जिसमें 10 से 15 हजार लीटर दूध सुधा डेयरी तथा आईटीसी की ओर से तीन से चार हजार लीटर दूध का उठाव हो रहा है। जबकि डायरेक्ट पशुपालकों की ओर से भी 15 से 20 हजार लीटर दूध की बिक्री की जाती है।

दूध उत्पादन का 30 प्रतिशत खपत जिला में संचालित होटलों, रेस्टोरेंट के अलावा मिठाईयों की दुकानों में होती है। लेकिन लॉकडाउन में होटल, रेस्टोरेंट तथा मिठाईयों के दुकान लगातार बंद रहने से दूध की खपत में कमी आई है। लॉकडाउन -5 में अब दूध उत्पादन करने वालों की आस जगी है।

होटल, रेस्टोरेंट तथा मिठाईयों की दुकान खुलने की आस के बीच दुग्ध उत्पादकों को राहत मिलने के आसार दिख रहे हैं। हालांकि लॉकडाउन के बीच भी सुधा डेयरी और आईटीसी की ओर से पशुपालाकों के दूध खरीद की जाती रही है। यही कारण है कि पशुपालकों को ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा।

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क्या कहते हैं पशुपालक:

पशुपालक गढ़ीरामपुर निवासी बहादुर चौधरी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण कुछ दिनों के लिए पशुचारा की परेशानी हुई, लेकिन सरकार की ओर से छुट मिलने के बाद परेशानी दूर हो गई। उन्होंने कहा कि हमलोग सुधा डेयरी को फैट पर दूध बेचते आ रहे हैं। इसलिए कोई परेशानी नहीं हुई है। वहीं दूध का अलग से व्यापार करने वाले टीकारामपुर के दुहाब (दूधिये) मोहन यादव, रमेश यादव, मंटू यादव ने बताया कि शादी एवं अन्य उत्सव पर हमलोग दूध उपलब्ध कराते थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण हमलोगों का व्यवसाय चौपट हो गया है।

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क्या कहते हैं सुधा डेयरी के समिति के संचालक:

सुधा डेयरी के समिति संचालक बरियारपुर के ब्रह्मस्थान निवासी अशोक कुमार उर्फ अनुज कुमार ने कहा कि फिलहाल मई तथा जून माह में दूध उत्पादन ज्यादा नहीं होता है। जबकि जुलाई तथा अगस्त महीने में दूध उत्पादन में वृद्धि होती है। बावजूद जिले में सुधा डेयरी की ओर से प्रति दिन 10 से 15 हजार प्रति लीटर दूध की खरीदारी हो रही है। है। कीमत में भी कटौटी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि दूध में फैट के अनुसार कीमत दी जाती है।

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बरियारपुर ब्रह्मस्थान में आज खुलेगा पांच हजार लीटर वाला दुग्ध शीतक केंद्र

संस मुंगेर: अंतर्राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर सोमवार को सुधा डेयरी की ओर से पांच हजार लीटर वाला दुग्ध शीतक केंद्र का शुभारंभ किया जाएगा।

इसकी जानकारी देते हुए दुग्ध उत्पादन समिति के अधिकारी अशोक कुमार उर्फ अनुज कुमार ने बताया कि सुधा डेयरी की ओर पांच हजार लीटर दूध के स्टोर के लिए दुग्ध शीतक केंद्र का शुभारंभ् किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बरियारपुर में यह केंद्र खुलने से स्थानीय पशुपालकों को काफी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि दुग्ध शीतक केंद्र खोले जाने से क्षेत्र के पशुपालक में खुशी है। खास कर दियारा के पशुपालकों को भी उनके दूध की उचित कीमत मिल सकेगी।


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