इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन ने जारी किया वाट्सएप नंबर, मैसेज करते ही बर्थ पर पहुंच जाएगा खाना
भारतीय रेल इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन ने यात्रियों की सहूलियत के लिए की पहल। अब फोन नहीं वाट्सएप से आपकी बर्थ तक पहुंचेगा खाना। भागलपुर जमालपुर किऊल कटिहार सहित कई स्टेशनों पर मिलेगी यह विशेष सुविधा।
जागरण संवाददाता, मुंगेर। भारतीय रेलवे का उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) ने यात्रियों की सुविधा में बढ़ोतरी की है। नई सुविधा के तहत ट्रेन में सफर के दौरान आइआसीटीसी के फूड स्टाल या भोजनालय से आर्डर करने के लिए फोन घुमाने की जरूरत नहीं है। अब वाट्सएप से भोजन-नाश्ते का आर्डर कर सकते हैं। आर्डर करते ही नाश्ता या भोजन आपके बर्थ पर पहुंच जाएगा। इसके एवज में कोई सुविधा शुल्क नहीं लिया जाएगा।
यह सुविधा अब महानगरों के बाद पूर्वी सर्किल के भागलपुर, जमालपुर, किऊल, कटिहार, झाझा, कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया व सहरसा स्टेशनों पर शुरू कर दी गई है। दरअसल, जिन ट्रेनों में पेंट्रीकार की सुविधाएं नहीं होती है, वैसी ट्रेनों में सफर करने वाले ज्यादातर यात्री फोन कर आइआरसीटीसी के फूड स्टालों से अपना मनपंसद भोजन और नाश्ता का आर्डर करते हैं। यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए आइआरसीटीसी ने नया कदम उठाया है। फूड डिलीवरी सर्विस को ट्रेनों में सुविधाजनक बनाने के लिए जिओ हैपिक कंपनी के साथ साझेदारी की गई है। यूजर्स अब वाट्सएप जूप (ई-कैटग) सेवा का उपयोग करके अपनी ट्रेन में खाना आर्डर कर सकते हैं। इस नंबर पर 7042062070 यात्री ट्रेन नंबर, बर्थ और कोच नंबर के साथ अपने मेन्यू देंगे। अगले स्टेशन पर भोजन उपलब्ध होगा।
अगले स्टेशन पर पहुंचेगा नाश्ता-भोजन
नई सुविधा के तहत यात्री जिस स्टेशन से भोजन-नाश्ते का आर्डर संबंधित नंबर पर करते हैं। उन्हें ट्रेन के अगले ठहराव वाले स्टेशनों पर आपूर्ति की जाएगी। संबंधित यात्रियों की सीट पर भोजन उपलब्ध करा दिया जाएगा। ऐसे में यात्रियों को काफी सुविधाएं होंगी। उन्हें इधर-उधर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। भोजन ताजा और गर्म रहेगा। भोजन-नाश्ते की गुणवत्ता सही नहीं होने पर यात्री सीधा शिकायत भी कर सकते हैं।
अब यह सुविधा उत्तरी, दक्षिणी व पश्चिमी क्षेत्र के 600 से ज्यादा स्टेशनों पर दी गई है। पूर्वी क्षेत्र में यह सुविधा शुरू कर दी गई है। -आनंद झा, जनसपंर्क पदाधिकारी, आइआरसीटीसी।