फरक्का रेल हादसा: मुंगेर से रोटी की लालसा लिए गए परदेश, मौत की आई खबर
फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में मुंगेर के हवेली खड़गपुर क्षेत्र के पांच मजदूरों की मौत हो गई और लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए हैं। घटना की खबर से कोहराम मचा है।
मुंगेर [जेएनएन]। उत्तर प्रदेश के रायबरेली के समीप न्यू फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। इस ट्रेन दुर्घटना में हवेली खड़गपुर क्षेत्र के पांच मजदूरों की मौत हो गई और लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक हवेली खडगपुर प्रखंड के बढौना पंचायत अंतर्गत लक्ष्मीपुर मांझी टोला निवासी रसिक लाल मांझी अपने पूरे परिवार के साथ मुरादाबाद जा रहे थे।
रेल दुर्घटना में रसिक लाल मांझी पुत्र आठ वर्षीय सौगंध कुमार व दिनेश कुमार की मौत हो गई। वहीं इसी गॉव के गणेश दास, बजरंगी मांझी, रजनी देवी, अंजनी कुमारी, सौरभ कुमार, संजीव कुमार, लक्ष्मण दास जख्मी हो गए। क्षेत्र के कौडिया पंचायत के किशनपुर मांझी टोला निवासी स्व. मोहन मांझी की पत्नी सुनीता देवी 40, शंभु कुमार 18, व रीता कुमारी 01 वर्ष की मौत हो गई। इसी गांव के विजय मांझी, रामविलास मांझी जख्मी हैं।
रेल दुर्घटना की खबर फैलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। रेल दुर्घटना में जख्मी रसिक लाल मांझी के पिता रंगल मांझी और मां शोगो देवी ने बताया कि हमारा बेटा अपने पूरे परिवार के साथ मुरादाबाद में ईट भट्ठा में काम करता है। मंगलवार को दस बजे घर से मुरादाबाद के लिए बरियारपुर ट्रेन पकड़ने गया था। आज सुबह लगभग सात बजे सूचना आई कि रेल दुर्घटना में मेरा पोता सौगंध व दिनेश की मौत हो गई है।
बेटा रसिक व पतोहु अनिता जख्मी है। इतना कहकर वृद्ध दम्पति रोने लगे। रिगल मांझी ने कहा कि बेटा रोटी का लालसा लिए प्रदेश जा रहा था, लेकिन पोता की मौत की खबर आ गई। वहीं किसनपुर मांझी टोला निवासी मृतका सुनीता देवी की गोतनी संगीता देवी व बिजली मांझी ने बताया कि मंगलवार को लगभग नौ बजे यूपी के लिये रवाना हुए थे। प्रत्येक सीजन में ईट भट्टा पर यूपी में काम करते हैं।
बुधवार को लगभग साढ़े सात बजे सूचना आई कि सुनीता व इनके एक पुत्र व एक पुत्री की रेल दुर्घटना में मौत हो गई। इधर घटना की खबर मिलते ही गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
इस ट्रेन से जिले के 37 लोगों ने सफर प्रारंभ किया था। मंगलवार को जमालपुर स्टेशन पर ट्रेन समय पर आई थी। स्लीपर क्लास में 27 और एसी क्लास में 10 लोगों की टिकट थी। अपनों को छोड़ने के लिए रिश्तेदार भाई बहन और माता पिता भी स्टेशन पहुंचे थे।
सभी ने हंसते और बाय कहकर कर शुभ यात्रा की कामना की थी। लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि यह ट्रेन अपनी मंजिल तक नहीं पहुंचेगी और रास्ते में ही दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगी। बुधवार की सुबह दुर्घटना की सूचना टीवी और सोशल मीडिया पर सुबह 7:00 बजे से ही चलने लगी।
सूचना मिलते ही जिनके जिनके रिश्तेदार और भाई बहन जमालपुर से ट्रेन में सवार हुए थे। सभी अपनों का हाल-चाल जानने के लिए स्टेशन पहुंचे। सभी भागे भागे कभी पूछताछ काउंटर जाते, तो कभी स्टेशन मास्टर के पास। हेल्पलाइन नंबर पर कईयों ने संपर्क किया और काउंटर पर जाकर अपनों का कुशल क्षेम लिया।
इस हादसे में मुंगेर के हवेली खड़गपुर प्रखंड के लक्ष्मीपुर और किशनपुर निवासी 4 लोगों की मौत हो गई है। सभी ने अपने लोगों का चार्ट से मिलान किया और संबंधित बोगी के बारे में जानकारी ली।