यहां निबंधन तो होता है पर रोजगार की गारंटी नहीं
जागरण संवाददाता मुंगेर सरकार युवाओं के रोजगार दिए जाने की बात तो खूब करती है लेकि
जागरण संवाददाता, मुंगेर: सरकार युवाओं के रोजगार दिए जाने की बात तो खूब करती है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। सरकारी कार्यालयों में रिक्तियां तो वषरें से है, लेकिन इन रिक्तियों पर बहाली की गुंजाइश दूर-दूर तक दिखाइ नहीं देती। यू कहें कि सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले नहीं हैं। समाज में युवाओं के पास काम नहीं है।
बेरोजगारों के लेखा जोखा रख उन्हें रोजगार की राह दिखाने के लिए नियोजनालय तो है, पर इनके पास रोजगार की कोई गारंटी नहीं होती है। नियोजनालय का काम निबंधन तक सिमट कर रह गया है। दूर-दराज की प्राइवेट कंपनियों के लिए इनके पास जाब कैप करने का ही काम बचा हुआ। जाब कैंप भी कैसा जहां युवाओं की रुचि ही नहीं रहती, जो आते भी है उनके ज्यादातर कंपनी का परिचय लेकर ही लौट जाते है।
नहीं है संबंधित विभाग के पास सूचना नियोजनालय से निबंधित भेजे गए बेरोजगारों में कितनों को नौकरी मिली इसकी जानकारी तक जिला नियोजनालय के पास नहीं होता है। नियोजनालय में निबंबध को लेकर बेरोजगारों में कितनी रुचि है इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस पूरे वर्ष में जिले भर से मात्र 1439 बेरोजगारों ने ही अपना निबंधन जिला नियोजनालय में कराया। बाहर से आने वाली कंपनियों के पास भी रोजगार वैसे लोगो को मिल पाता है जिनके पास तकनीकी डिग्री होती है। साधारण पढ़े लिखे लोगों की नौकरी के लिए कोई रोजगार कैंप नहीं लगता है। स्वास्थ्य कर्मियों के चार सौ से ज्यादा पद रिक्त जिले की स्वास्थ्य विभाग की हालत भी काफी दयनीय है। यहां चिकित्सक से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है। जिले में स्वास्थ्य कर्मी के स्वीकृत पद 928 है। 439 पद खाली है। 233 चिकित्सक में से 137 ही जिले में कार्यरत हैं। सिर्फ सदर अस्पताल में 31 स्वीकृत पदों में 20 चिकित्सक तैनात हैं। कई बार स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा गया,पर रिक्त पदों को भरा नहीं जा सका है।
केस स्टडी -1 2021 में जुलाई माह में आनलाइन जाब कैंप का आयोजन किया गया। महज 28 युवाओं ने नौकरी के लिए आवेदन किया। गुडगांव की एक मोटर कार कंपनी ने 10 युवाओं का चयन किया। मेला में पहुंचे और अभ्यर्थी लौटकर चले गए। निराश होकर कैंप छोड़ दिए।
केस स्टडी-2 2021 के नवंबर में गुड वर्कर टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिडेट ने सहित अलग-अलग राज्यों सात कंपनियां पहुंची। 210 उम्मीदवारों का चयन करना था। कितनों का चयन किया गया इसका लेखा जोखा नियोजन कार्यालय को नहीं है। तीन दिन पहले 25 जनवरी को तारापुर आइटीआइ में रोजगार मेला लगा। इसमें 143 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया, इसमें महज 33 का चयन किया गया।