बिहार में बर्ड फ्लू ने दी दस्तक, मुंगेर में H5 N1 वायरस की हुई पुष्टि
बिहार के मुंगेर जिले में बर्ड फ्लू का वायरस पाए जाने के बाद प्रशासन ने इससे निपटने के लिए कवायद शुरू कर दी है। पटना से पशुपालन विभाग की उच्चस्तरीय टीम मुंगेर पहुंची है।
मुंगेर, जेएनएन। मुंगेर जिला के असरगंज प्रखंड के गोरहो गांव में बीते 15 दिनों से अचानक पक्षियों के मरने का सिलसिला जारी था। इसको लेकर मृत पक्षियों के बेसरा की जांच के लिए कोलकाता भेजा गया। जहां जांच में मृत पक्षियों में बर्ड फ्लू के एच5एन1 वायरस पाए जाने की पुष्टि हुई।
इसके बाद पटना से पशुपालन विभाग की उच्च स्तरीय टीम मुंगेर पहुंची। जहां टीम के सदस्यों के साथ ही प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल ने डीएम और एसपी के साथ शुक्रवार को बैठक की। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि गोरहो गांव के आसपास के चौखंड, अमैया, बेलसिरा आदि गांव पर भी नजर रखी जा रही है।
गोरहो गांव में पक्षियों के किलिंग (मारने) की कार्रवाई शुरू की जाएगी। गोरहो गांव के एक किलोमीटर के दायरे में पक्षियों को मारने की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। इसके लिए पक्षी पालन करने वाले किसानों को मुआवजा भी दिया जाएगा। मुर्गा के लिए 70 रुपये और बतख के लिए 135 रुपये की दर से मुआवजा दिए जाएंगे।
मारे गए पक्षियों को दो वाय दो के गड्ढ़े में गाड़ दिया जाएगा। वहीं, प्रभावित क्षेत्र में ग्मैक्सिन, ब्लीचिंग पाउडर आदि का छिड़काव कराए जाएंगे। वहीं, प्रभावित इलाके में मेडिकल टीम को एंबुलेंस के साथ तैनात किया जाएगा। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि अभी तक वायरस का असर किसी व्यक्ति पर नहीं पड़ा है।
सुरक्षा के मद्देनजर टमी फ्लू की 38 सौ गोलियां पटना से मंगाई जा रही है। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि दस किलोमीटर के दायरे में कड़ी नजर रखने के लिए स्थानीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। कहीं से भी थोक में पक्षियों के मरने की सूचना मिलेगी, तो तुरंत इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को देने के लिए निर्देशित किया गया है।
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर एडवाइजरी भी जारी की जा रही है। एच5एन1 वायरस 70 डिग्री तापमान पर मर जाता है। इसके बावजूद मांस, मुर्गा आदि खाने से लोगों को एहतिहात बरतने की आवश्यकता है।