खड़गपुर में सुबह-शाम चाय के साथ तारापुर उप चुनाव की चुस्की
मुंगेर । सुबह सात बजे। खड़गपुर का झील चौराहा। चौराहे पर मन्ना जी की चाय दुकान है। इनकी
मुंगेर । सुबह सात बजे। खड़गपुर का झील चौराहा। चौराहे पर मन्ना जी की चाय दुकान है। इनकी चाय की सोंधी महक से लोग बरबस खींचे चले आते हैं, सुबह से देर शाम तक लोग यहां चार पीने पहुंचते हैं। अभी यहां चाय पीने रहे लोगों के जुबां पर तारापुर उप चुनाव ही दिखा। लोग हर दिन यहां बैठकी कर उप चुनाव में किसका पक्ष मजबूत है, यही चर्चा कर रहे हैं। उप चुनाव के सामने पंचायत चुनाव की चर्चा पूरी तरह गौण दिखी। कोई किसी को चुनाव में सबक सिखाने की बात कर रहे हैं तो कोई अपने चहेते प्रत्याशी को जीत की वकालत कर रहे हैं। मतदाता प्रचार-प्रसार कर रहे सभी दलों के प्रत्याशियों की सिर्फ सुन रहे हैं। तारापुर विधानसभा के उप चुनाव में जदयू से राजीव कुमार सिंह, राजद से अरुण कुमार साह, कांग्रेस से राजेश मिश्रा, लोजपा से चंदन कुमार सहित कुल नौ प्रत्याशी मैदान में है। 30 अक्टूबर को उप चुनाव के लिए मतदान होगा और दो नवंबर को परिणाम आएंगे। चुनाव मैदान में खड़े सभी प्रत्याशी लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। मतदाताओं से आशीर्वाद भी मांग रहे हैं। इतना ही नहीं अपनी जीत सुनिश्चित करने का दावा कर रहे हैं। वावजूद मतदाताओं का रुझान प्रत्याशियों की समझ में नहीं आ रहा है। उप चुनाव में सभी दल अपनी पैनी नजर रखे हुए हैं। -------------------------- हर कोई बिठा रहा समीकरण का गणित हर दल सावधानी समुदाय समीकरण को ध्यान में रखकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में लगे हैं। अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में मतदाताओं को मोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। गांव-कस्बे से लेकर शहर के हर चौक चौराहों पर सिर्फ विधानसभा उपचुनाव की चर्चाएं हो रही है। चाय और पान की दुकान पर चाय की चुस्की और पान की गुलाबी खिल्ली के बीच मतदाता अपने चहेते उम्मीदवार को इस चुनाव में मत देने की बात करते हैं तो कुछ मतदाता इस बार के चुनाव में सबक सिखाने की बातें करते नजर आते हैं। ------------------------- दो को किस्मत का खुलेगा ताला क्षेत्र के कुछ मतदाता नोटा का बटन दबाने की बात करते हैं। हालांकि, तारापुर विधानसभा के चुनाव में खड़गपुर प्रखंड क्षेत्र के मतदाता किसी भी प्रत्याशी की हार-जीत में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। यही कारण है कि सभी दल के प्रत्याशी की पैनी नजर इस प्रखंड के मतदाताओं पर ज्यादा है। अब देखना है कि जीत का सेहरा क्षेत्र के मतदाता किस के सर पर बांधता है यह तो दो नवंबर को आने वाला चुनाव परिणाम ही बताएगा।