नक्सलियों में बौखलाहट, नक्सल प्रभावित रेलखंड अलर्ट मोड पर
मुंगेर। बीते दिनों गया में सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में नक्सि
मुंगेर। बीते दिनों गया में सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में नक्सलियों के मारे जाने के बाद से नक्सली संगठन में साफ-साफ बौखलाहट दिखाई दे रही है। नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में हैं। इसको लेकर रेल प्रशासन अलर्ट मोड पर है। मुठभेड़ के बाद नक्सली रेलवे को टारगेट नहीं बना सकें, इसलिए आरपीएफ और रेल पुलिस को अलर्ट किया गया है। नक्सल प्रभावित भागलपुर जमालपुर किऊल रेलखंड और मॉडल स्टेशन जमालपुर पर विशेष चौकसी और जांच अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि भागलपुर जमालपुर किऊल रेल खंड को नक्सली टारगेट कर सकते हैं। रेल पुलिस अगर सतर्क नहीं रही तो नक्सलियों के मंसूबे सफल हो सकते हैं। पहले भी दे चुके हैं अंजाम रेल पुलिस जिला जमालपुर क्षेत्र के भागलपुर जमालपुर किऊल रेल सेक्शन के रतनपुर, धरहरा, कजरा, अभयपुर, धनोरी, उरैन एवं रेलवे सुरंग जमालपुर नक्सली संगठनों का सॉफ्ट टारगेट रहा है। जब भी नक्सलियों के साथ मुठभेड़ या कॉम्बिग ऑपरेशन की जाती है तो सुरक्षा की ²ष्टिकोण से इस खंड की सुरक्षा बढ़ा दी जाती है।
विशेष चेकिग अभियान शुरू
प्लेटफॉर्म से लेकर स्टेशन परिसर में लगातार चौकसी बरती जा रही है। ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के साथ-साथ उनके सामान की भी सघनता से जांच की जा रही है। जांच के बाद ही प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को प्रवेश मिल रहा है। आरपीएफ इंस्पेक्टर सुजीत कुमार यादव और जीआरपी थानाध्यक्ष अरविद कुमार सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते दिखे। इस दौरान बिना टिकट के स्टेशन पोर्टिकों और परिसर में घूमने वालों पर सख्ती भी बरती जा रही है। रेल सुरक्षा बल के जवानों ने दानापुर इंटरसिटी, बांका इंटरसिटी, जनसेवा एक्सप्रेस, साहिबगंज इंटरसिटी, गया-हावड़ा, सुपर एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, मालदा किऊल इंटरसिटी सहित कई ट्रेनों की सघनता से जांच हुई। इस दौरान किसी भी तरह का आपत्तिजनक सामान नहीं मिला।
एस्कॉर्ट पार्टी को विशेष निर्देश आरपीएफ इंस्पेक्टर सुजीत कुमार यादव ने बताया कि जांच अभियान लगातार जारी रहेगा। रात में गुजरने वाली ट्रेनों में स्कॉर्ट पार्टी को विशेष दिशा-निर्देश दिया गया है। स्निफर डॉग से स्टेशन पर रेलवे लाइन पर हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। सीसीटीवी कंट्रोल कक्ष से स्टेशन और प्लेटफॉर्म की हर मॉनिटरिग की जा रही है। डॉग स्क्वायड टीम की भी मदद ली जा रही है। ट्रेन के कोच और प्लेटफॉर्म की सघनता से जांच चल रही है।