हजारों एकड़ में लगी मक्का की फसल डूबी
मुंगेर। हेमजापुर व शिवकुंड पंचायत के हजारों मक्का उत्पादक किसानों की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है।
मुंगेर। हेमजापुर व शिवकुंड पंचायत के हजारों मक्का उत्पादक किसानों की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। अब बेबस किसान भारी मन से अपने मक्के की फसल काटकर उन्हें जानवरों के आगे चारा बनाकर डाल रहे हैं। प्रत्येक साल बाढ़ की पीड़ा झेलने वाले किसानों की हिम्मत अब टूटती जा रही है लेकिन कृषि कार्य पर आधारित रहने के कारण इन गरीब व मध्यम वर्गीय किसानों को हमेशा ये जोखिम उठानी पड़ती है। तकरीबन हजारों हेक्टेयर में लगी मकई की फसल डूब जाने से उन लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हो चुका है। खाद-बीज का दाम भी निकल नहीं पाया। क्षेत्र के छर्रापटी, सुंदरपुर, बाहाचौकी व हेमजापुर पंचायत के कई टाल क्षेत्रों में असमय गंगा का पानी घुस जाने से मक्का की तैयार फसल जलप्लावित हो गई। टाल क्षेत्र में जलनिकासी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण खेतों में तकरीबन एक माह से बाढ़ का पानी जमा हुआ है। पानी के जमाव के कारण फसलें डूब कर सूख गई है। स्थिति यह है कि किसान लाचार होकर अपनी फसलों को काटकर उन्हें मवेशियों का चारा बनाकर उसके आगे डालने को विवश हैं। इधर क्षेत्र के किसान राहुल यादव, उमेश यादव, वाल्मिकी यादव, लक्ष्मी प्रसाद महतो, बैजनाथ महतो, पूर्व मुखिया अनिल यादव ने किसानों की मकई फसल की बर्बादी पर ¨चता प्रकट करते हुए किसानों को उनकी लागत के बराबर सरकारी मुआवजा देने की मांग जिला कृषि पदाधिकारी व संबंधित विभाग के मंत्री से की है।