सीतामढ़ी से भटक कर झंझारपुर पहुंची महिला
बीते 21 अगस्त को करीब बीस वर्षीया एक विवाहित महिला भटकते हुए सिमरा पहुंच गई।
मधुबनी। बीते 21 अगस्त को करीब बीस वर्षीया एक विवाहित महिला भटकते हुए सिमरा पहुंच गई। उस पर मनचलों की नजर पड़ी तो मनचलों से बचकर वह एक नाश्ता दुकान में आ गई। उस दिन से नास्ता दुकानदार सनाती मुखिया उसे शरण दिए हुए हैं। महिला देखने से हल्की विक्षिप्त लग रही है। रविवार को एसडीओ विमल कुमार मंडल ने सिमरा पहुंचकर उक्त महिला से बात की। आश्चर्यजनक रूप से महिला अपने ससुराल तथा मामा का घर बता रही है। लेकिन वह अपने गांव का नाम बताने में असमर्थ है। इस संबंध में झंझारपुर पुलिस ने भी महिला के परिजनों का पता लगाने की कोशिश प्रारंभ कर दी है। महिला अपना नाम पीलिया देवी बताती है। वे अपने पिता का नाम चंदन ठाकुर तथा भाई का नाम ओम ठाकुर बताती है। उसकी शादी हो चुकी है। अपना ससुराल डुमरीयाही अथवा डुमरीशाही बताती है। तोतलाने के कारण स्पष्टता नहीं हो पा रही। मामा का घर मनझुला गांव सीतामढ़ी बताती है। नास्ता की दुकान चला रहे सनाती मुखिया ने बताया कि बीते 21 अगस्त की संध्या यह महिला जो अपना नाम पिलीया देवी बता रही है, उसके दुकान पर डरे सहमे पहुंची और बोलने लगी कि उसे कुछ लड़का झाड़ी में ले जाना चाहता है। दुकानदार ने उसे शरण दी और इसकी जानकारी पुलिस एवं अन्य ग्रामीणों को दी। दुकानदार ने बताया कि उसे डर है कि कहीं पीलिया देवी गुपचूप तरीके से कहीं भाग न जाए। कारण बताया कि इतना दिनों में दो बार वह भागने का प्रयास कर चुकी है। एसडीओ ने कहा कि पुलिस उक्त संबंध में पता लगा रही है। झंझारपुर थानाध्यक्ष ब्रह्मदेव ¨सह ने कहा कि नए सिरे से महिला के द्वारा बताए गए गांव की जानकारी सीतामढ़ी पुलिस से लगाने का वे प्रयास कर रहे हैं।