धौंस नदी के कटाव से परेशान ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
धौंस नदी से गांव की हो रही कटाव से परेशान प्रखंड के ब्रह्मापुरी गांव के गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार को कटाव स्थल के पास सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
मधुबनी। धौंस नदी से गांव की हो रही कटाव से परेशान प्रखंड के ब्रह्मापुरी गांव के गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार को कटाव स्थल के पास सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने बिहार सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार करते हुए नदी कटाव से बचाव की मांग की। आक्रोशित ग्रामीणों का नेतृत्व वासुकी बिहारी दक्षिणी पंचायत के मुखिया अमरेन्द्र कुमार राय उर्फ राजू कर रहे थे।
आक्रोशित ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले दस साल से धौंस नदी के कटाव से ब्रह्मापुरी गांव के लोग परेशान है। नदी किनारे बसे एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों का घर नदी में विलीन हो चुका है। नदी के कटाव से बेघर हो कई लोग या तो दूसरे के घरों में शरण लिए हुए है तो कई लोग अपने खेत वाली जमीन पर घर बना कर रह रहे हैं। अबतक सरकार के द्वारा नदी के कटाव से बचाव को लेकर कई भी सार्थक कदम नहीं उठाए जाने के कारण लोग इस गंभीर समस्या से परेशान हो सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र के सांसद व विधायक ग्रामीणों की इस गंभीर समस्या को देखकर गए और कटाव से बचाव का आश्वासन भी दिए परंतु आज तक इस समस्या का समाधान नहीं करने से लोग परेशान है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार शीघ्र इस समस्या का समाधान नहीं करती है तो ग्रामीण अनिश्चितकालीन आंदोलन चलाने को बाध्य हो जाएंगे। ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे पंचायत के मुखिया अमरेन्द्र कुमार राय उर्फ राजू ने कहा कि कई बार प्रखंड और अनुमंडल पदाधिकारी एवं सांसद और विधायक से मिलकर नदी के कटाव को रोकने की गुहार लगा कर ग्रामीण थक चुके है। परंतु अबतक सरकारी स्तर पर कई भी सार्थक कदम नहीं उठाए जाने ग्रामीण आक्रोशित है।
इस बाबत बीडीओ बैभव कुमार ने बताया कि नदी से हो रहे कटाव को रोकने के लिए जिला आपदा प्रबंधन विभाग को लिखा जाएगा। जिला से आवंटन मिलने पर कटाव को रोका जाएगा। विरोध प्रदर्शन में ग्रामीण हृदय सहनी, नित्यदेव साह, विन्देश्वर साह, बद्री सहनी, मनोज राय, शिवनंदन राय, बिल्टू यादव, अमरेश साह, सोगारथ मुखिया, विष्णुदेव सहनी, अवधेश कुमार राय सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे।