सड़क बना नहीं और लगा दिया उद्घाटन का बोर्ड
आज सूबे के मुख्यमंत्री जीरो टॉलरेंस की बात कर रहे है। हर क्षेत्र में विकास ही विकास की बाते की जा रही है।
मधुबनी। आज सूबे के मुख्यमंत्री जीरो टॉलरेंस की बात कर रहे है। हर क्षेत्र में विकास ही विकास की बाते की जा रही है। लेकिन धरातल पर अधिकारी किस तरह आम आदमी को बेवकूफ बना रहा है। जिसका जीता जागता मिशाल प्रखंड के गंगौर में देखने को मिला। जहां सड़क बनी नहीं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटन किये जाने का बोर्ड लगा दिया गया। जिससे स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। बताते चले कि लगभग साल भर पहले ग्रामीण कार्य प्रमंडल बेनीपट्टी एजेंसी के के अधीन जय माता दी कंस्ट्रक्शन कपसिया मधुबनी संवेदक के द्वारा प्राक्कलन राशि 27 लाख 60 हजार 84 रूपये से गंगौर स्थित एनएच 104 से मलाह टोल गंगौर तक 617 मीटर तक सड़क बनाने की शुरुआत की गई। कुछ मेटेरियल डालकर सड़क को जस का तस छोड़ दिया गया। जिससे अब यह सड़क नारकीय बन गया है। पिछले 27 मई 2018 को आनन फानन में संवेदक के द्वारा उद्घाटन का बोर्ड लगा दिया गया। जिसमे उद्घाटनकर्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विभागीय मंत्री शैलेश कुमार व स्थानीय विधायक सुधांशू शेखर का नाम अंकित है। बोर्ड लगने के बाद आज तीन महिने तक सड़क का काम अधूरा छोड़े जाने से ग्रामीणों ने गड़बड़ी की आशंका जाहिर किया है। इधर ग्रामीण उमेश यादव, लक्षमण यादव, दिलीप यादव, रामबाबू यादव , तिलकेश्वर यादव, राजेश यादव, उमेश यादव समेत लोगो ने बताया कि तीन महीना पहले उद्घाटन का बोर्ड लगा दिया गया। पूछे जाने पर संवेदक ने दो दिन के बाद कार्य शुरू करने की बात कही थी, लेकिन अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है। जिससे गड़बड़ी की आशंका जाहिर होती है। हमलोगों ने पदाधिकारी और विधायक से भी शिकायत किया। बावजूद अब तक कोई पहल नहीं किया गया। जो दुर्भाग्यपूर्ण है। हम ग्रामीण सड़क के निर्माण कराये जाने और मामले की जांच कर कारवाई की मांग करते है। अन्यथा सड़क जाम कर आंदोलन को बाध्य होंगे। इस संबंध में ग्रामीण कार्य प्रमंडल बेनीपट्टी के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार ने कहा कि सड़क बनने के उपरांत ही उद्घाटन का बोर्ड लगाया जाता है और अगर यह गड़बड़ी किया है तो जांच कर संवेदक पर कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत विधायक सुधांशू शेखर ने कहा कि मामले में मुझे किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है। अगर इस तरह बोर्ड लगाया गया है तो संवेदक पर कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जाएगा।