कई कक्षाओं में बच्चों की उपस्थिति काफी कम
मधुबनी। उत्क्रमित राजकीय मध्य सह उच्च विद्यालय रुद्रपुर की हालत ठीक नही कहा जा सकता है। इस मध्य विद
मधुबनी। उत्क्रमित राजकीय मध्य सह उच्च विद्यालय रुद्रपुर की हालत ठीक नही कहा जा सकता है। इस मध्य विद्यालय की स्थापना 1959 में हुई थी। 2012 में विद्यालय को उत्क्रमित कर यहां दसवीं की भी पढ़ाई शुरू हुई। विद्यालय में 17 शिक्षक कार्यरत हैं। जिसमे 6 महिला शिक्षिका हैं। स्कूल में 3 नियमित और बांकी सभी शिक्षक नियोजित हैं। रामप्रसाद महतो प्रधानाध्यापक के प्रभार में हैं। श्री महतो के अनुसार मध्य विद्यालय में नामांकित छात्र छात्राओं की संख्या 542 और उच्च सेक्शन में 324 बच्चे है। बुधवार को इनमें से करीब मध्य सेक्शन में 340 और उच्च सेक्शन में 120 बच्चे उपस्थित बताये गए। विद्यालय में 12 कार्यरत कमरे, एक किचन शेड, पांच शौचालय और चार चापाकल है जिसमे से दो चापाकल और दो शौचालय खराब है।
बुधवार सुबह करीब 9 बजे स्कूल में मध्यान भोजन बनाया जा रहा था। रसोई घर में तेल मसाला वगैरह पैकेट बंद और ब्रांडेड मिला। र्कइ कक्षाओं में बच्चो की उपस्थिति बहुत कम थी। उच्च सेक्शन में गणित का एक भी शिक्षक नही है। बच्चों के अनुपात में उपस्कर का भी बहुत अभाव है। सिर्फ आठवी क्लास के बच्चो को बेंच डेस्क उपलब्ध है। बाकी बच्चे नीचे बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं। जिस दिन ज्यादा बच्चे स्कूल आ जाते हैं उन्हें क्लास से बाहर बैठाना पड़ता है। एचएम ने कहा कि उच्च विद्यालय का मॉडल भवन 2014 से बनना शुरू हुआ जो अबतक अधूरा पड़ा है। प्रबंध समिति की बैठक में दो साल पहले ही विधायक रामप्रीत पासवान ने बेच डेस्क का उपलब्ध कराने का आश्वाशन दिया था जो अबतक पूरा नही हो सका हैं। उपस्कर और कमरों का अभाव भी बच्चो के शिक्षा स्तर को कमजोर कर रही है।