प्रतिवर्ष बाढ़ व सुखाड़ का दंश झेल रहे पिहवारा गांव के लोग
मधुबनी। मधवापुर प्रखंड मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पिहवारा गांव के लोग प्रतिवर्ष बाढ़ व सुखाड़ का दंश झेलने को विवश हैं।
मधुबनी। मधवापुर प्रखंड मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पिहवारा गांव के लोग प्रतिवर्ष बाढ़ व सुखाड़ का दंश झेलने को विवश हैं। कहने के लिए गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने के नाम पर एक सड़क है। किन्तु जर्जर व क्षतिग्रस्त हैं। इन सड़कों पर चलना मौत को दावत देने जैसा है। खासकर बरसात के समय गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को आज भी खाट पर लाद कर इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है। इस गांव के लोग वर्षों से बुनियादी सुविधाओं से वंचित हो विकास के लिए तरस रहे हैं। बता दें कि करीब आठ हजार की आबादी वाले इस गांव के लोग सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य केंद्र के लिए लालायित हैं। कृषि व मजदूरी पर निर्भर यहां की 70 प्रतिशत आबादी आज भी खुले में शौच को बाध्य हैं। यहां कई आवश्यक मुलभूत सुविधाओं की कमी से परेशान है। मुख्य रूप से कृषि व मजदूरी पर निर्भर यहां के किसानों के लिए कोई सरकारी सुविधाओं नहीं मिल रहा है। केंद्र और राज्य सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजना यहां फ्लाप साबित हो रही है। इस अभियान के तहत संवाददाता ने शनिवार को मधवापुर प्रखंड के पिहवारा गांव में गांव की मूलभूत समस्याओं को लेकर ग्रामीणों की बैठक आयोजित की। जिसमें ग्रामीणों ने खुलकर अपने-अपने विचार व्यक्त किए। ग्रामीणों ने बताया कि गांव की मुख्य सड़क, नाला निर्माण, पिहवारा से बैंगरा जाने वाली सड़कों का निर्माण जरूर बताया। गांव में उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं रहने से बच्चों को बाहर जाना पड़ता है।
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आंकड़ों में पिहवारा गांव
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आबादी---- 8000
मतदाता----2500
विद्यालय---- तीन
आंगनबाड़ी केंद्र---- 4
ब्रह्मस्थान--- एक
शिक्षित---- 75 प्रतिशत
बेरोजगार-- 25 प्रतिशत
------------------------ गांव में सात निश्चय योजना के तहत छोटी बड़ी सड़कें बनाना, हर घर नल का जल से घर घर पानी पहुंचाने के लिए कार्य प्रगति है। गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़कों का पीसीसी करण के लिए आवंटन प्राप्त होते कार्य शुरू होगा। गांव के विकास के लिए प्रयास जारी है।
अनिल कुमार साह, मुखिया प्रतिनिधि
फोटो 12 एमडीबी 6
-------------------------------- आजादी के इतने वर्ष बाद भी गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क निर्माण सही से नहीं हुआ है। बरसात के समय गांव से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। मुख्य सड़कों का पीसीसी करण होना आवश्यक है। सरकार को चाहिए की गांव को जोड़ने वाली सड़क को शीघ्र पक्की करण करें। और पिहवारा से बैंगरा जाने वाली सड़क का निर्माण जरूरी है।
देवेंद्र ठाकुर
फोटो 12 एमडीबी 8
----------------------- गांव में स्वास्थ्य केंद्र की आवश्यकता है। स्वास्थ्य केंद्र नहीं रहने से गंभीर रूप से बीमार मरीजों को सड़क के आभाव में इलाज के लिए बाहर खाट पर लाद कर ले जाना पड़ता है।
बतहू दास
फोटो 12 एमडीबी 9
--------------------- कृषि कार्य पर निर्भर यहां के किसानों को समय पर खाद बीज नहीं मिलता है। तथा सिचाई की समुचित व्यवस्था नहीं है। जिस कारण किसानों की खेती प्रति वर्ष बाढ़ और सुखाड़ के कारण मारी जाती है। सिचाई की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
गंगाधर पंडित
फोटो 12 एमडीबी 10
---------------------- सरकारी उपेक्षा के कारण अबतक गांव का विकास नहीं हुआ है। गांव में कच्ची सड़क रहने के कारण जलजमाव की समस्या बनी रहती है। गांव की मुलभूत समस्याओं का निदान होना जरूरी है।
सैनी पासवान
फोटो 12 एमडीबी 7